अब्दुल मलिक पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है,हालंकि पुलिस अभी तक भी उसे पकड़ने में नाकाम रही हैं।
दो दिन पहले अब्दुल मलिक की दिल्ली से गिरफ्तारी की चर्चा हल्द्वानी से लेकर देहरादून और दिल्ली तक हुई थी। रविवार को एसएसपी ने उसकी गिरफ्तारी की बात से इन्कार कर दिया था।
सर्विलांस टीम उसकी लोकेशन लगातार ट्रेस कर रही है। पुलिस का कहना हैं कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस के बाद अब नगर निगम ने मलिक को मुख्य आरोपी बताते हुए 2.44 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा गया है। 15 फरवरी तक पैसा जमा करने के लिए कहा है। ऐसा नहीं करने पर विधि के अनुसार वसूली की जाएगी।नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने अब्दुल मलिक को नोटिस भेजा है।
नोटिस में कहा गया है कि निगम के स्वामित्व वाली जमीन से अवैध धार्मिक स्थल हटाने के लिए कहा गया था। मलिक ने ऐसा नहीं किया।
आठ फरवरी को अवैध निर्माण को ध्वस्त कर जब निगम की टीम, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम लौट रही थी तो मलिक के समर्थकों ने टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया।
नोटिस में यह भी कहा गया है कि 11 वाहन, दो ट्रॉली, किराये पर ली गई दो जेसीबी को पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया। इन्हें आग लगा दी। इसके अलावा घन, सब्बल, गैंती, फावड़ा, हैलमेट भी चोरी हो गया।
इसकी लागत 2.44 करोड़ रुपया है। बता दें कि नगर आयुक्त के पास राजस्व की भांति वसूली करने, संपत्ति को कुर्क करने के अधिकार होते हैं। सूत्रों के अनुसार निगम पैसा जमा नहीं करने पर मलिक की संपत्ति सीज कर सकता है।