देहरादून। एक ओर कोरोना योद्धओं पर फूल बरसाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में आयुर्वेदिक स्टाफ नर्सेज संवर्ग के स्टाफ को वेतन नहीं दिया जा रहा है। इससे नर्सों को अपने परिवारों का पालन-पोषण करने में भारी संकट खड़ा हो गया है।
आयुर्वेदिक कालेजों में नर्सेज संवर्ग को वेतन न मिलने से संकट खड़ा गया है। उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के स्टाफ संवर्ग के कर्मचारियों ने उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि हर्रावाला देहरादून के कुलसचिव को पत्र के माध्यम से शिकायत की है।
नर्सेज स्टाफ ने मांग की है कि स्टाफ नर्सेज के पदों पर उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के आदेश पर एक जनवरी 2020 को उनकी नियुक्ति हुई। वे तभी से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, किंतु पांच माह पूर्ण होने के बावजूद उन्हें अभी तक एक माह का भी वेतन नहीं दिया गया है। जिससे वे आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कुलसचिव से अनुरोध किया है कि वेतन के संबंध में कार्यालय में लिखित व मौखिक रूप से कई बार पूछताछ करने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है।
नर्सेज का कहना है कि वे लोग संकटकाल में अपने घरों से दूर कोविड-19 में ड्यूटी पर तैनात हैं। उन्होंने कुलसचिव से मांग की है कि उन्हें उनकी तनख्वाह शीघ्र दिलाई जाए, जिससे आर्थिक संकट से जूझ रहे उनके परिवार को राहत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि आगामी दस दिनों के भीतर उन्हें सैलरी नहीं दी जाती है तो उन्हें मजबूर होकर न्यायालय की शरण में जाना पड़ेगा।