स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में शौच करने घर से निकला कैलाश रात के अंधेरे में बलियई नाले की गहरी खाई में गिरा। स्थानीय लोगों की मदद से रैस्क्यू टीम ने कैलाश का बमुश्किल रैस्क्यू किया।
नैनीताल के तल्लीताल में भूस्खलन प्रभावित बलिया नाले के समीप रहने वाले लोग आसपास विचरण करते हैं। गुरुवार देररात तल्लीताल ठंडी सड़क में मैकेनिक का काम करके आजीविका चलाने वाला कैलाश उर्फ ‘कैली’ खाई में गिर गया। रात का अंधेरा, कोहरा और गहरी खाई होने के कारण कैलाश की आवाज भी अच्छी तरह से रिहायशी क्षेत्र तक आवाज नहीं पहुंच सकी। कैलाश के परिजनों ने सवेरे सात बजे पुलिस को सूचना दी जिसके बाद फायर सर्विस, एस.डी.आर.एफ.और तल्लीताल पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। क्षेत्र में तलाश के दौरान कैलाश का एक जूता और 100रुपये का नोट मिलने से उसकी पहचान हुई। कैलाश तड़के सवेरे तक लगातार खाई से मदद के लिए चीख रहा था। सवेरे 7:30 बजे कैलाश की आवाज कम हो गई। बेहद संवेदनशील क्षेत्र में गिरे कैलाश को निकालने के लिए रैस्क्यू टीम अपने सामान को लेकर खाई में उतरी। टीम को सवेरे 9:10 मिनट पर कैलाश की आहट सुनाई दी। इसके बाद कैलाश को निकलने के लिए जिद्दोजहत शुरू हुई।
घंटों की मशक्कत के बाद पैंतीस वर्षीय कैलाश को स्ट्रैचर में पहले रिहायशी क्षेत्र और फिर नजदीकी मोटर मार्ग तक लाया गया। प्रथम दृष्टया कैलाश का स्वास्थ्य ठीक नजर आ रहा है लेकिन वो मानसिक परेशानी से गुजर रहा है।