अनुज नेगी
कोटद्वार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश से ड्रोन की मदद से ब्लड व ब्लड कंपोनेंट लेकर उड़ने वाला ड्रोन कोटद्वार बेस अस्पताल से महज 14 किलोमीटर दूर जशोधरपुर सिडकुल में हिमगिरि स्टील फैक्ट्री के सामने यूकेलिप्टस के पेड़ों में जाकर फस गया। एम्स ऋषिकेश से ब्लड कंपोनेंट लेकर चलने वाले ड्रोन जशोधरपुर सिडकुल के पेड़ों में फसने से शासन प्रशासन के हाथ पांव फूल गये।
एम्स प्रशासन का ड्रोन जशोधरपुर सिडकुल के पेड़ों में फसने से एक बड़ी अनहोनी से बचा गयी। जान-माल व ड्रोन की सुरक्षा के लिए तत्काल जशोधरपुर रिपोर्टिंग चौकी टीम व कोटद्वार कोतवाली प्रभारी मनीभूषण श्रीवास्तव घटना स्थल पर पहुंचे।
ड्रोन का मुख्य भाग क्रेन की मदद से जमीन पर गिराया गया जबकि कुछ भाग 70-80 फीट यूकेलिप्टस के पेड़ों में अटका हुआ है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश का ड्रोन कोटद्वार बेस अस्पताल के लिए ब्लड कंपोनेंट लेकर उड़ा लगभग 2 बजे जशोधरपुर सिडकुल में पेड़ों पर अटक गया। आधुनिक तकनीक से उड़ने वाला ड्रोन कोटद्वार में फसने पर एम्स प्रशासन ऋषिकेश ने की टीम भी घटना स्थल पर पहुंचे के बाद ड्रोन को पुलिस के साथ कब्जे में लिया है। कोटद्वार बेस अस्पताल वरिष्ठ चिकित्साधिकारी विजेयश भारद्वाज ने बताया की एम्स का ड्रोन प्रशिक्षण के तौर कोटद्वार ब्लड कंपोनेंट लेकर आ रहा था।