उत्तराखंड सहित देशभर में होने वाले कैंट बोर्ड के चुनाव को रक्षा मंत्रालय ने चुनाव को फिर टाल दिया है।
यह चुनाव 30 अप्रैल को होने थे। लेकिन अब इसे स्थागित किया गया है। इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी किया गया है। वहीं, चुनाव टलने से दावेदारों को झटका लगा है।
केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय ने आज अपने 17 फरवरी 2023 के आदेश को रद्द कर दिया है,जिसमें देश की 57 छावनी परिषदों के चुनाव की तिथि घोषित की थी। ये चुनाव 30 अप्रैल को होने थे।
चुनाव टलने की वजह कैंट बोर्ड की माली हालत ठीक नहीं होने, कैंट बोर्ड एक्ट में संशोधन और सिविल क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने की योजना बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में कुल 9 छावनी परिषद है अल्मोड़ा ,रानीखेत, चकराता, लण्डौर मसूरी , देहरादून ,क्लेमनटाउन टाउन, रुड़की ,नैनीताल लैंसडाउन में ये चुनाव होने थे। चुनाव की सरगर्मी के बीच राजनीतिक दलों के नेता तैयारियों में जुटे थे। लेकिन, अचानक चुनाव टलने से उन्हें बड़ा झटका लगा हैं।
गौरतलब है कि 11 जनवरी 2015 को पिछले चुनाव हुए थे। जिसका 2019 में कार्यकाल समाप्त हो चुका है। रक्षा मंत्रालय ने छ:छ:माह के लिए 4 बार कार्यकाल बढ़ाया था । जुलाई 2021 से बोर्ड भंग हैं।