अनुज नेगी
जिले में विकास कार्यो के लिए सबसे बड़े सदन जिला पंचायत जब खुद ही भ्रष्ट हो जाए तो जिले में विकास कार्य कैसे होंगे !
जिला पंचायत पौड़ी में भ्रष्टाचार थमने का नाम नही ले रहा है।जिला पंचायत पौड़ी के भ्रष्ट अधिकारियों ने नियमों के विपरीत अपने चहेते को जिला पंचायत में नियुक्त कर दी है।
जिला पंचायत पौड़ी में अगस्त 2019 मे पाँच पदों पर नियुक्तियों की गई, जिसमें दो कनिष्ठ अभियंता, दो टैक्स कलेक्टर एवं एक टैक्स कलेक्टर
सहायक के पदों पर आउटसोर्सिंग में माध्यम से अपने चहेतों की नियुक्तियों कर दी,यह सारी नियुक्तियों मानकों एवं शासनादेशों के विपरीत की गई है।
आपको बता दें जिला पंचायत के कर्मियों और अधिकारियों ने अपने चहेते एवं रिश्तेदारों को भ्रष्ट तरीकों से जिला पंचायत पौड़ी में आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्ति कर दी।
इन नियुक्तियों में तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा ना तो अनुमति ली गई, ना ही उनके द्वारा संस्तुति की गई।
इन नियुक्तियों में तत्कालीन बोर्ड द्वारा ना ही इस प्रस्ताव को पास किया गया।
इन नियुक्तियों को प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी द्वारा नियुक्तियां प्रदान की गई जबकि मानकों के अनुसार जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को नियुक्तियां प्रदान करने का अधिकार ही नहीं है। नियुक्ति का प्रभार केवल जिला पंचायत अध्यक्ष के पास होता है।
वही हिन्दुस्तान अखबार के अनुसार सरकार ने यह माना है कि प्रदेश में कोई आउटसोर्सिंग कम्पनी नही है, इसके बावजूद एक NGO पर्यावरण एवं जन कल्याण समिति किच्छा उधम सिंह नगर के माध्यम से हुई।