अमित तोमर ‘विरुद्ध’
देहरादून की सड़कों पर दौड़ रही मौत! किसी बड़े हादसे की बाट संजोये है पुलिस प्रशासन।
सोचिये यदि आपने हेलमेट ना लगाया हो, या आपकी गाड़ी की ना RC हो ना नम्बर प्लेट हो और ना ही बीमा तो क्या आप पुलिस से बच सकेंगे?? निश्चित ही आपका उत्तर होगा ‘नही’।
आजकल रोज़ ऐसे नए ‘जुगाड़’ देखने को मिलते है जो रिक्शा पर इंजिन लगा लोहार बना रहा है। कभी आधा स्कूटर तो कभी अभी मोटर साईकल काट कर उसके पीछे ठेली जोड़ दी जाती है जो बेधड़क आपके परिवार को कुचलने के लिए सड़कों को रौंद रही है। आज इस महानुभाव अरशद उर्फ सोनू को रेलवे स्टेशन के पास यह मौत की सवारी दौड़ाते हुए देखा तो उसे रोक कुछ प्रश्न पूछे। अरशद ने बताया कि उसने यह गाड़ी माजरा स्थित एक वर्कशॉप से 20000 रु में खरीदी है जिसमे बजाज स्कूटर का इंजिन लगा है। बाकयदा गियर भी पेट्रोल टैंक भी। जब इंजिन पर नज़र डाली तो उस पर लगा इंजिन नम्बर खराद से निकाल दिया गया था जिससे संभवत यह प्रतीत होता है कि यह गाड़ी चोरी की थी। जब मैंने और रूचि दिखाई तो अरशद ने बताया कि गाड़ी का इंजिन मेरठ के चोर बाजार से आता है जिसे जहां इस प्रकार इस्तेमान कर ऐसी रिक्शा बना दी जाती है। इस रिक्शा पर कोई नंबर नही होता और ना ही इसे चलाने के लिए बीमा चाहिए।
ऐसे ‘जुगाड़’ आप रोज देखते होंगे और अनदेखा कर देते होंगे परंतु हो सकता है यह जुगाड़ आप ही की चोरी हुई मोटर साईकल या स्कूटर हो।
दूसरी बात यदि इस ‘जुगाड़’ से कोई एक्सीडेंट हो जाता है तो उसका ज़िम्मेदार कौन होगा या फिर बिना नम्बर की मौत की सवारी को कैसे ढूंढेंगे??
समय है जब RTO इस पर गंभीरता से कठोर रोक लगाए और ऐसी सभी गाड़ियों को तत्काल जब्त किया जाए। साथ ही उन सभी वर्कशॉप को सील किया जाए जहां यह मौत की सवारी चोरी की गाड़ियों से बनाई जा रही।