देहरादून नगर निगम अपने ही नियम कायदों को पलीता लगा रहा है। निगम लोगों पर नियम थोपता है कि यदि किसी ने कूड़ा जलाया तो उसका चालान कर दिया जाएगा, लेकिन स्वयं निगम कर्मचारी कूड़ा जलाकर सफाई अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं।
यह मामला देहरादून राजेंद्रनगर का है। इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि निगम कर्मी इस कूड़ेदान पर कूड़ा इकट्ठा कर जला रहे हैं।
बताते चलें कि एनजीटी घर के बाहर कूड़ा फेंकने वालों को नोटिस जारी करता है। वहीं नगर निगम भी नोटिस भेजने के बाद जुर्माना वसूलता है। सवाल यह है कि देहरादून नगर निगम का यह दोहरा रवैया कैसे हो सकता है और यह किसके इशारे पर होता है। यह तब हो रहा है जब पीएम मोदी का स्वच्छता अभियान ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है और देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा स्वयं सत्तारूढ़ भाजपा के ही हैं।
कुल मिलाकर देहरादून नगर निगम के कर्मचारी एनजीटी के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। साथ ही पर्यावरण प्रदूषण को भी भारी आघात पहुंचा रहे हैं, लेकिन निगम है कि ऐसे कर्मचारियों की तरफ आंखें मूंदे हुआ है।
बहरहाल, अब देखना यह होगा कि निगम का दोहरा रवैया यूं ही बरकरार रहता है या फिर ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का साहस जुटा पाता है या कूड़ा जलाने वाली सफाई यूं ही निरंतर जारी रहती है।