देहरादून,
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में CIMS & UIHMT ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ ने पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत अशोक का पौधा लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
🌱 मातृ सम्मान और प्रकृति सेवा का अद्भुत संगम
चेयरमैन ललित मोहन जोशी ने इस अभियान को मातृ सम्मान और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित एक भावनात्मक पहल बताते हुए कहा, “हर व्यक्ति को अपनी मां के नाम पर एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए। यह न केवल मां के प्रति हमारी श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित और हरा-भरा भविष्य देने की दिशा में एक छोटा लेकिन सशक्त कदम भी है।”
उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण न केवल शुद्ध वायु प्रदान करता है, बल्कि मिट्टी के कटाव को रोकने, भूजल स्तर बढ़ाने और प्रदूषण नियंत्रण में भी अहम भूमिका निभाता है।
🌿 छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कॉलेज के विभिन्न विभागों के छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया:
- NCC छात्राओं ने लक्ष्मण सिद्ध मंदिर और दिल्ली फॉर्म क्षेत्र में पौधरोपण किया और वहां साफ-सफाई कर आम जनता को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।
- नर्सिंग संकाय के छात्रों ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज, पटेलनगर में जागरूकता अभियान चलाया जिसमें जल संरक्षण, स्वच्छ भारत अभियान, जैव विविधता का महत्व, और प्रदूषण नियंत्रण जैसे विषयों पर व्याख्यान और पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से जन-जागरूकता फैलाई।
छात्रों ने बताया कि प्लास्टिक का कम उपयोग, बिजली की बचत, रीसाइक्लिंग और छोटे-छोटे दैनिक प्रयास पर्यावरण को बचाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
🌳 पौधारोपण का संकल्प
छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ परिसर में पौधारोपण कर यह संकल्प लिया कि वे इन पौधों की देखरेख स्वयं करेंगे और भविष्य में भी पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगे।
👥 विशिष्ट उपस्थिति
इस अवसर पर संस्थान के प्रबंध निदेशक श्री संजय जोशी, सीआईएमएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रधानाचार्य प्रो. चेतना गौतम, पैरामेडिकल विभाग की समन्वयक स्वाति शर्मा, डॉ. रंजीत कुमार, डॉ. दीपिका विश्वास, डॉ. मेघा पंत, पंकज सजवाण, डॉ. प्रेरणा बडोनी, डॉ. अंजलि, डॉ. अमृता, डॉ. अंजना गुंसाई, रितिका जोशी, खुशी सब्बरवाल समेत अनेक शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।