चमोली जिले में एनएचएम के तहत बड़ी वित्तीय अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है। यहां मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से एनएचएम के तहत संचालित आशा कार्यक्रम में बड़े भ्रष्टाचार की बात कही गई है। उन्होंने आशा कार्यक्रम के तहत जिले में तैनात जिला समंवयक पर वित्तीय अनियमितता का करने का आरोप लगाया है।
वहीं दूसरी ओर आशा समंवयक ने आरोपों का खंडन करते हुए जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग उठाई है।
स्क्रीन शाॅट
मुख्य चिकित्साधिका डा. अनूप कुमार डिमरी ने यहां जिले में एनएचएम में लगाया गया है। सीएमओ ने बताया कि पूर्व में उन्हें आशा समंवयक की ओर आशा कार्यकत्रियों से करीब साढे तीन हजार की धनराशि लेने की शिकातय मिली थी। जिस पर उन्होंने मामले की जांच की। जिसमें मामले का सही होना पाया गया है। कहा कि अब आशा समंवयक की ओर से दवा खरीद व अन्य समाग्री खरीद की बात कह कर लीपापोती की जा रही है। जबकि इस प्रकार की खरीद के लिये किसी भी प्रकार का प्रस्ताव तक पास नहीं किया गया है।
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कहा जा रहा है कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई करते हुए सभी दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर आशा समंवयक कुंती रावत सीएमओ की ओर से लगाये गये आरोपों को निराधार बताते हुए जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग उठाई है। उन्होंने मामले में सीएमओ पर निजी नाराजगी के चलते आरोप लगाने की बात कही है।