उत्तराखंड में लंबे समय से भर्ती प्रक्रियाओं पर सवाल उठते रहे हैं। काफी हद तक वो जायज भी क्योंकि अगर हिंदी में किसी अभ्यर्थी के 95 नंबर हैं और वो सही से हिंदी भी न लिख पाए तो सवाल तो उठेंगे ही।
ऐसा ही एक ओर अजब गजब मामला सामने आया हैं।डाकपाल के पद पर सिलेक्टेड कैंडिडेट सही से हिंदी भी नहीं लिखा पाया है, जबकि हिंदी में उसके नंबर 95 हैं।
डाकपाल (पोस्ट मास्टर) के पद पर नियुक्ति लेने आये हरियाणा के युवक को जब हिंदी में आवेदन पत्र लिखने को कहा गया तो उसकी हिंदी देखकर विभाग के कर्मचारी भी हक्के बक्के रह गए।
हरियाणा से आया चयनित शाखा डाकपाल ने हरियाणा बोर्ड से साल 2021 में हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण की है।परीक्षा परिणाम में हिंदी विषय में 95 नंबर भी पाए हैं,ऐसे में अब इस पूरी चयन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं कि जो युवक हिंदी विषय में 95 अंक ला रहा है, लेकिन हिंदी लिखते हुए उसके हाथ कांप रहे हैं। तो आखिर नियुक्ति के बाद ये लोग कैसे काम करेंगे!
डाक अधीक्षक द्वारा चयनित शाखा डाकपाल को जब एक आवेदन पत्र हिंदी में लिखने को कहा गया तो वो आधा घंटे बाद हिंदी में आवेदन पत्र लिख पाया।
जब विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने यह पत्र देखा तो वह चौंक गए,हिंदी में लिखे आवेदन पत्र में चयनित डाकपाल ने अधीक्षक को अदीशय, महोदय को मेव्य, डाकघर को ढाकघर और पौड़ी को पैटी लिखा था।
यह सब देख विभाग के कर्मचारियों ने उसे अंकों को हिंदी में लिखने के लिए कहा तो चयनित डाकपाल ने 1500 को पद्रासै, 2750 को सताइसे, 3531 को तीन हजार पानसे कतीस और 250 को ढाइरौ लिख दिया।
मिली जानकारी के अनुसार इस हरियाणा के रहने वाले युवक का जनपद पौड़ी के सिलोगी उप डाकघर में गढ़कोट शाखा डाकघर में शाखा डाकपाल के पद पर चयन हुआ है।
युवक ने हरियाणा बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा साल 2021 में पास की है,उसको हिंदी, अंग्रेजी विषय में 95-95 अंक मिले हैं।गणित व सामाजिक विज्ञान में 90-90 अंक और विज्ञान व फिजिकल एंड हेल्थ एजुकेशन में 100-100 अंक मिले हैं ,हालांकि, युवक के शैक्षणिक दस्तावेज प्राथमिक जांच में सही पाए गए हैं।
आपको बता दे कि डाक विभाग में हिंदी भाषा में कार्य संपादित होते हैं। अब अगर शाखा डाकपाल के ये हाल होंगे तो कैसे काम चलेगा!
हालांकि प्ररकण को लेकर रिपोर्ट परिमंडल देहरादून भेज दी है।चयनित शाखा डाकपाल की तैनाती को लेकर उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देश के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।