उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने दिल्ली में शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। उनकी मुलाकात से उत्तराखंड के सियासी हलकों में चर्चा का माहौल एक बार फिर से चल पड़ा। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात थी और बताया कि इस दौरान शीर्ष नेताओं को पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की स्मारिका भेंट की गई थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री अग्रवाल ने कल राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और कैबिनेट मिनिस्टर डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात करके उन्हे प्रदेश के राजनीतिक हालात से अवगत कराया।
आज राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से थी मुलाकात
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात की।
इस दौरान उन्होने विधानसभा सचिवालय द्वारा प्रकाशित स्मारिका और प्रतीक चिन्ह भी भेंट किए। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई और वर्चुअल मीटिंग तथा सत्र के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग जैसी व्यवस्था पर भी बातचीत की गई।
सूत्रों के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से उत्तराखंड के राजनीतिक हालात पर की चर्चा हुई। हालांकि प्रेमचंद्र अग्रवाल ने इसे सिर्फ शिष्टाचार भेंट ही बताया। इस दौरान पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें बधाई भी दी।
चर्चा और हलचल
भाजपा के नाराज नेताओं के दिल्ली दौड़ के बाद अब प्रेमचंद्र अग्रवाल की इस मुलाकात को अलग नजरिए से देखा जा रहा है।
रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ के पत्र और उससे पहले विधायक बिशन सिंह चुफाल और पूरन फर्त्याल की नाराजगी पहले ही उत्तराखंड में चर्चा का विषय बन चुकी है। अब प्रेमचंद अग्रवाल की मुलाकात से सियासी हलचल बड़ी है।