शासन ने एक बार फिर से भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए नगर पंचायत पुरोला के अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को बर्खास्त कर दिया है।
शासन ने नगर पंचायत पुरोला के अध्यक्ष पद को रिक्त घोषित कर दिया है। शासन की ओर से जिलाधिकरी की जांच और शहरी विकास निदेशालय की आख्या के आधार पर यह आदेश जारी किया है।
हरिमोहन नेगी के खिलाफ बोर्ड के चार सभासदों ने वित्तीय अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग के कई आरोप लगाए। जिसकी शिकायत डीएम और शहरी विकास निदेशालय को दी गई।
ये हैं आरोप:
- राज्य वित्त सहित 15 वें वित्त और अवस्थापना मदों में बिना सापेक्ष से अधिक भगुतान कर अपने चहेतों को फायदा दिलवाया।
- बोर्ड बैठक के प्रस्ताव में भी कटिंग कर छेड़छाड़ की गई थी।
- कोविड काल में 26.25 लाख से अधिक की सामान खरीद की गई, जिसके भुगतान का कोई अभिलेख नहीं है।
- विद्युतीकरण के नाम पर लाखों की धनराशी का फर्जीवाड़ा किया गया।
- कोविड काल में पेट्रोल डीजल अपने चहेतों के वाहनों में भरवाया गया,जिसका बिल नगरपंचायत के नाम पर चढ़ाया गया।
इस पूरे मामले में जिलाधिकारी ने जांच करने के बाद शहरी विकास निदेशालय को अपनी रिपोर्ट भेजी रिपोर्ट के आधार पर निदेशालय ने हरिमोहन नेगी को जनवरी 2023 में कारण बताओ नोटिस भेजा।
सभी हुई जांचों के आधार पर नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त पाए गए जिस पर शासन ने कड़ी कार्यवाही करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष पुरोला को पद से हटाते हुए पद को रिक्त घोषित कर दिया।