सरदार भगवान सिंह विश्वविद्यालय (एसबीएस विश्वविद्यालय) ने शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में और शैक्षिक विभूतियों के असाधारण योगदान का सम्मान करते हुए 9 सितंबर को ‘गुरु सम्मान दिवस’ मनाया।
इस कार्यक्रम में पूरे उत्तराखंड के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के 43 प्रिंसिपल और अधिकारी एक साथ आए। प्रतिभागियों ने प्रमुख शैक्षणिक, प्रशासनिक और शैक्षिक चुनौतियों पर चर्चा की, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान किया और भविष्य में सहयोग के रास्ते तलाशे।
कार्यक्रम की शुरुआत औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन और डॉ. निधि एस. बेलवाल के स्वागत भाषण के साथ हुई, जिन्होंने शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने में नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
यूनिवर्सिटी कल्चरल क्लब ने शिक्षण पेशे के प्रति श्रद्धा का स्वर स्थापित करते हुए सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद एसबीएस विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. गौरव दीप सिंह के नेतृत्व में एक पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया, जिसमें प्राचार्यों और अधिकारियों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता दी गई। एसबीएस विश्वविद्यालय ने बायोमेडिकल विज्ञान में अपनी विशेषज्ञता और प्रबंधन और कंप्यूटर विज्ञान पर अपने बढ़ते फोकस का प्रदर्शन किया।
एसबीएस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) जे. कुमार ने उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा के लिए बह-विषयक और एकीकृत दृष्टिकोण की वकालत करते हुए एनईपी 2020 के सिद्धांतों को रेखांकित किया। डॉ. कुमार ने छात्रों के लिए एक सहज और समृद्ध शिक्षण अनुभव बनाने के लिए स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच साझेदारी की क्षमता पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें गौरव भारती शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष श्री एस.पी. सिंह, एसबीएस विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. गौरव दीप सिंहः प्रो. (डॉ.) जे. कुमार, कुलपतिः श्री जोरावर सिंह, प्रबंधकः रजिस्ट्रार, डीन और निदेशकों, विभागों के प्रमुखों और संकाय सदस्य उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति ने सहयोगात्मक और आकर्षक शैक्षणिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।