- उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, PCS संवर्ग के महत्वपूर्ण पद पर अपात्र सचिवालय सेवा संवर्ग के अनुसचिव की गैरविधिक की गयी नियुक्ति और उनके द्वारा की गयी वित्तीय अनियमितताओं की रविन्द्र जुगरान ने मुख्य मंत्री और मुख्य सचिव से की शिकायत!
वरिष्ठ भाजपा नेता रविन्द्र जुगरान ने पत्र लिख कर मुख्य मंत्री, महामहिम राज्यपाल, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव वित्त, सचिव सचिवालय प्रशासन, सचिव आपदा प्रबंधन से शिकायत की है कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) में संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी PCS संवर्ग के महत्वपूर्ण पद पर सचिवालय सेवा संवर्ग के अनुसचिव मो०ओबैदुल्लाह अंसारी की गैरविधिक नियुक्ति की गयी है जो कि इस पद के लिये अपात्र हैं और उनके द्वारा इस पद का दुरूपयोग करते हुये कई वित्तीय अनियमिततायें की गयी हैं।
जुगरान ने मुख्य सचिव राधा रतूडी से मुलाकात कर गैरविधिक नियुक्ति के इस पूरे प्रकरण और वित्तीय अनियमितताओं के सम्बन्ध में अवगत करवाया, मुख्य सचिव राधा रतूडी ने सचिव आपदा प्रबंधन को अग्रिम कार्यवाही करने के आदेश दिये हैं।
जुगरान ने अपने पत्र में अनुसचिव मो०ओबैदुल्लाह अंसारी पर उनकी नियुक्ति और वित्तीय अनियमितताओं से सम्बंधित कई गंभीर आरोप लगाये हैं जिनके साक्ष्य भी उन्होंने पत्र में प्रस्तुत किये हैं।
1-जुगरान ने आरोप लगाया है कि मो०ओबैदुल्लाह अंसारी संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद के लिये अपात्र हैं, इसके बावजूद भी उन्हें पिछले 02 वर्षों से इस पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
2-अतिरिक्त प्रभार मजबूरी में कुछ समय के लिये ही दिया जा सकता है, 02 वर्षों में इस पद पर PCS संवर्ग के पात्र अधिकारी की नियुक्ति क्यों नहीं की गयी है.
3-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी को इस पद के अतिरिक्त प्रभार दिये जाने के कारण वे इस पद के सापेक्ष मिलने वाली सुविधाओं के लिये पात्र नहीं हैं, फिर भी उन्हें नियमविरुद्ध सारी सुविधायें अनुमन्य की गयी हैं.
4-जुगरान ने आरोप लगाया है कि मो०ओबैदुल्लाह अंसारी अनुसचिव हैं और वे सरकारी वाहन के लिये अपात्र हैं, शासन के द्वारा संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारीयों से सरकारी वाहन की सुविधा अनुमन्य की गयी है, इसके बावजूद भी इन्हें नियमविरुद्ध सरकारी वाहन आबंटित किया गया है.
5-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी को आबंटित वाहन इनके व इनके परिजनों द्वारा खुलेआम निजी कार्यों में प्रयोग किया जा रहा है जो कि सरकारी संपत्ति का दुरूपयोग है.
6-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी को वाहन केवल कार्यालय प्रयोग के लिये अनुमन्य किया गया है लेकिन इनके द्वारा वाहन का प्रयोग घर से ऑफिस आने जाने, व बच्चों को स्कूल लाने ले जाने में गैरविधिक रूप से प्रयोग किया जा रहा है.
7-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी को प्रत्येक माह प्रमुख सचिव और सचिव के बराबर अनुमन्य डीजल 150 लीटर से 190 लीटर तक विभाग द्वारा बिना आपत्ति के वाहन के लिये दिया जा रहा है, हर महीने इनके द्वारा वाहन में 14000 से 17000 रुपय तक का डीजल खर्च किया जा रहा है.
8-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी को आबंटित वाहन की Log Book में पिछले 02 वर्षों का प्रतिदिन की यात्रा का कोई विस्तृत विवरण अंकित नहीं है, प्रत्येक दिन फर्जी शासकीय कार्य दर्शाये गये हैं और वाहन को प्रतिदिन 50 से 60 किमी चलाया गया है.
9-वाहन प्रतिदिन 50 से 60 किमी किन शासकीय कार्यों के लिये प्रयोग किया गया, शासकीय कार्यों हेतु कहाँ से कहाँ तक की यात्रा की गयी, प्रत्येक कार्य के लिये कितने किमी की यात्रा की गयी किसी भी यात्रा का उल्लेख वाहन चालक ने Log Book में नहीं किया है, यह सरासर घोटाला है.
10-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी के द्वारा संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद के लिये दिनांक 05 दिसम्बर 2023 को जारी की गयी विज्ञप्ति विभागीय सचिव को झूठे तथ्य प्रस्तुत करके और योग्य अभ्यर्थियों को षड़यंत्र के तहत अयोग्य घोषित करके विज्ञप्ति को निरस्त करवाया गया.
11-USDMA के द्वारा प्रतिनियुक्ति के पदों को भरने हेतु दिनांक 21 जून 2024 को दोबारा जारी की गयी विज्ञप्ति में भी इन्होने संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद को पूर्वनियोजित होकर और षड़यंत्र के तहत विज्ञापित नहीं करवाया ताकि वे स्वयं इस पद पर बने रह सकें.
12-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी उच्च अधिकारियों के समक्ष गलत और झूठे तथ्यों को प्रस्तुत करके भ्रष्टाचारियों को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं और भ्रष्टाचारियों पर की जाने वाली विधिक कार्यवाही और उनसे की जाने वाली रिकवरी की कार्यवाही को जानबूझकर लंबित कर रहे हैं.
13-आहरण वितरण अधिकारी के पद पर रहते हुये इनके द्वारा 3 कार्मिकों को गलत और अवैध वेतन के रूप में 13 लाख रुपय नियमविरुद्ध निर्गत किये गये, वित्त विभाग के नियमों के अनुसार इन 13 लाख रुपय की रिकवरी मो०ओबैदुल्लाह अंसारी से होनी है.
14-मो०ओबैदुल्लाह अंसारी ना तो मा० मंत्रिमंडल के निर्णयों का अनुपालन करते हैं ना ही शासी निकाय में हुये निर्णयों का अनुपालन करते हैं, मा० मंत्रिमंडल और शासी निकाय के निर्णयों को अपनी गलत और मनमानी व्याख्या कर अग्रेत्तर कार्यवाही के लिये प्रस्तुत करते हैं
15-मो० ओबैदुल्लाह अंसारी बेखौफ मुख्य सचिव और उच्च अधिकारीयों के समक्ष गलत और झूठी आख्या प्रस्तुत करते हैं और उन्हें गुमराह करके उनसे गलत निर्णय करवाते हैं.
जुगरान ने साक्ष्य सहित कई गंभीर आरोप लगाये हैं, मुख्य सचिव ने कार्यवाही के आदेश दिये हैं, मुख्यमंत्री धामी भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख अपनाये हुये हैं, निश्चित ही मुख्यमंत्री भी इस प्रकरण का संज्ञान लेकर सख्त कार्यवाही करेंगे।