जून का महीना चल रहा है। जून का महीना चिलचिलाती गर्मी साथ लेकर आता है। गर्मी का मौसम मतलब पसीना, आलस, दिनभर सुस्ती, खाने पीने का दिल न करना,सेहत से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याएं तो इन दिनों में बेहद आम है।
इस चिलचिलाती गर्मी में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
अब कैसे इस चिलचिलाती गर्मी में बचा जाए जिससे शरीर में चुस्ती फुर्ती बनाई जा सके।
इसके लिए हम कुछ ऐसी टिप्स लेकर आए हैं जिससे आप इस चिलचिलाती गर्मी में थोड़ी राहत पाएंगे।
1- पेय पदार्थ ज्यादा इस्तेमाल करें
गर्मियों के दिनों में ज्यादा खाने से हमारा शरीर दिन भर आलस और नींद से भर जाता है जिस से बचने के लिए गर्मी के मौसम में ठोस आहार की बजाए तरल पेय पदार्थ जैसे ठंडा पानी, नीबू पानी, नींबू शिकंजी, शर्बत, कैरी का पना, फलों का रस, छाछ, लस्सी ज्यादा मात्रा में लें, इनसे शरीर में तरावट बनी रहेगी और ऊर्जा का स्तर भी बना रहेगा।
2- ठंडी तासीर वाली वस्तुएं
गर्मी के गलत प्रभाव से बचने के लिए ठंडी तासीर के खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
बेल का शर्बत, केरी का पना, आंवला, कच्चे प्याज को भोजन में शामिल करें।
खाद्य पदार्थ को गर्म-ठंडे के आधार पर नहीं बल्कि उनकी तासीर के आधार पर पहचानें जैसे आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक और बर्फ का गोला ठंडा होने पर भी शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं।
3- ताजा और सुपाच्य भोजन –
गर्मियों के दिनों में शरीर में चुस्ती फुर्ती बनाए रखने के लिए हल्का, ताजा और जल्दी पचने वाला भोजन करें।
भूख से कम खाएं और पानी ज्यादा पिएं।
रसीले फल जैसे – तरबूज, आम, संतरा, अंगूर, खरबूज आदि से पेट भी भरेगा और ये शरीर में पानी की जरूरत की पूर्ति भी करेंगे।
4- शारीरिक श्रम कम करें और नींद पूरी करे –
गर्मियों में कम शारीरिक श्रम कर नींद को अवश्य पूरी करें क्योंकि गर्मियों में बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम से पसीने के रूप में पानी और मिनरल्स अधिक मात्रा में उत्सर्जित होते हैं। गर्मियों में नींद पर्याप्त मात्रा में और गहरी नहीं होती, इससे थकान बनी रहती है। जिसके कारण चिड़चिड़ाहट अन्य तरह की परेशानियां भी हो जाती है।
हम यह नहीं कह रहे कि एक्सरसाइज छोड़ दें। हल्के व्यायाम, आसान, ध्यान, योग, प्राणायाम को अपनाएं या फिर सुबह-शाम घूमकर भी व्यायाम की पूर्ति की जा सकती है। साथ ही भरपूर नियम
5- गर्मी से बचने और प्रकृति का आनंद उठाने के लिए करें ये काम
गर्मी से बचने के लिए सुबह जल्दी उठकर एवं शाम को टहलते हुए आप प्रकृति की ठंडक को महसूस कीजिए। पौधों को पानी पिलाएं, हरी घास पर नंगे पैर चलें,, शुद्ध और खुली हवा में गहरी सांस लें।
इसके अलावा गर्मी में प्राकृतिक स्थानों पर घूमने जाएं।जब भी गर्मी में कहीं बाहर जाएं ठंडा पेय पीकर निकलें।
घर आने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं या फिर त्वचा पर बर्फ की मसाज करें। इससे आप काफी तरोताजा महसूस करेंगे।