रिपोर्ट- राजकुमार सिंह परिहार
बागेश्वर— जिला अंतर्गत स्थित भेड़ प्रजनन केंद्र शामा के एक कर्मचारी की पिंडारी बुग्याल में डयूटी के दौरान बीमारी के चलते मौत हो गई। सूचना मिली, तो जिला प्रशासन ने हेलीकाप्टर की व्यवस्था की और शामा भेजा, जहां से उसका शव हैलीकाप्टर से कपकोट केदारेश्वर बगड़ लाया गया।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कमल पंत ने बताया कि अन्य वर्षों की तरह गर्मी में बुग्यालों में चरने के लिए गई भेड़-बकरियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विभाग द्वारा कर्मचारियों को भेजा था, जिसके तहत 10 जून को भेड़ प्रजनन केंद्र शामा में तैनात कर्मचारी अनिल कुमार व डिगर सिंह को बुग्याल में भेजा गया था। जहां वे डयूटी कर रहे थे। गत सप्ताह अनिल कुमार को सर्दी जुकाम की शिकायत हुई, परंतु वहां संचार के साधन नहीं होने के कारण इसकी सूचना प्रशासन तक नहीं आ सकी।
उन्होंने बताया कि 29 जून को अनिल का स्वास्थ्य अधिक खराब हो गया, तो बीमार अनिल को चरवाहों के सहारे छोड़कर सूचना देने के लिए दूसरा कर्मी डिगर सिंह खाती पहुंचा। जहां से उसने इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंचा दी। सूचना पर एनडीआरएफ, एचडीआरएफ, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम रवाना हुई। सोमवार की सुबह प्रशासन ने पिंडारी बुग्याल के लिए हेलीकाप्टर भेजा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और कर्मचारी अनिल कुमार पुत्र शंकर लाल निवासी दुग बाजार की मौत हो चुकी थी। प्रभारी तहसीलदार देवेंद्र कुमार लोहनी ने बताया कि शव को लेकर हेलीकाप्टर केदारेश्वर पहुंचा तथा इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए बागेश्वर लाया गया है। इधर अनिल की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों ने मौत को संदेहास्पद बताते हुए हत्या की आशंका जताई है हालांकि फिलहाल मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है।
♦️ परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
अनिल के स्वजनों का घटना के बाद रो-रोकर बुरा हाल है। उनका पुत्र 18 वर्षीय आदित्य कुमार, 11 वर्षीय पुत्र देव कुमार और आठ वर्षीय डूग्गू कुमार, पत्नी के अलावा माता मीना देवी और छोटा भाई अरुण कुमार घटना के बाद काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि अनिल ही परिवार का एकमात्र कमाऊं सदस्य था, जो उन्होंने खो दिया है।