नोएडा निवासी अरुण झा बद्रीनाथ केदारनाथ जाने के प्रोग्राम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग कराने वाली कंपनी पवन हंस की साइट गूगल पर ढूंढ रहे थे कि एक फर्जी वेबसाइट के जरिए साइबर ठगों ने उनसे 99 हजार ठग दिए। अरुण झा ने इसकी शिकायत साइबर सेल में कराई है।
आप भी सुनिए अरुण झा की आपबीती
अरुण झा कहते हैं कि मैं फिलहाल ग्रेटर नोएडा में अपने बेटी के साथ रह रहा हूं। हम लोगों का केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने का प्रोग्राम बन रहा था उस विषय में गूगल पर पवन हंस का साइट खोज रहा था हेलीकॉप्टर बुक करने के लिए ।
उसी बीच में मेरे पास एक नंबर से फोन आया कि आप अपना आधार कार्ड दे दीजिए आपका टिकट बुकिंग कर दिया जाएगा । प्रति व्यक्ति 5500 लगेगा ।
मैंने वाट्स एप के जरिए पांचों आदमी का आधार कार्ड भेज दिया, उसने एक एकाउंट नंबर दिया पैसा भेज देने को। मैंने पांचो आदमी का 27500 रुपया भेज दिया, उसके बाद उसने कहा कि ऐसे नहीं जमा होगा हर आदमी के लिए अलग-अलग पैसा देना होगा। यह पैसा आपको लौट जाएगा फिर मैंने 5500 करके 5 बार उसके अकाउंट में पैसा भेज दिया। उसके बाद उसने कहा कि आपका पैसा ऐसे नहीं लौट रहा है। आप इकट्ठे ₹55000 जमा कीजिए। उसके बाद आपको टिकट और सारा पैसा मिल जाएगा।
मैंने कहा कि अपने ऊपर वाले किसी से बात कराएं ऐसा कैसे हो सकता है तो उसने किसी से बात करवाया और उसने कहा कि आप निश्चिंत रहिए आप 55000 जमा करते ही 52 सेकेंड के अंदर आपको सारा पैसा लौट जाएगा।
बैंक ₹55000 देने से इनकार कर दिया क्योंकि लिमिट एक लाख से ज्यादा बढ़ रहा था तब उसने कहा 45000 जमा कर दीजिए कल 10000 दे दीजिएगा आपका टिकट और पैसा दोनों आपको मिल जाएगा। बैंक में 45000 भी नहीं दिया। जब उसने कहा कि 40000 भेज दीजिए । पेटीएम के जरिए यह दूसरे अकाउंट में पैसा जमा करवाया उसके बाद फिर कहा 4000 और भेज दीजिए उसके बाद से उसने मेरा फोन उठाना बंद कर दिया है। उसने मेरा बैंक अकाउंट कम बैंक अकाउंट भी मंगवा लिया । यह कहकर सारा पैसा आपके बैंक अकाउंट में डाल दिया जाएगा।
बहरहाल अरुण झा ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम में कर दी है और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी शिकायत दर्ज करा दी है।
अरुण झा ने गुहार लगाई है कि उन्हें उनकी पेंशन का ₹99000 लौटाया जाए देखने वाली बात यह होगी कि इस पर उत्तराखंड साइबर पुलिस क्या कार्रवाई करती है !