पर्वतजन कुमाऊं कार्तिक उपाध्याय
किच्छा ऊधम सिंह नगर
कांग्रेस का आपसी विवाद जो कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है,अभी भी संभलता नजर नहीं आ रहा है,कहीं ना कहीं डैमेज को पूर्व में किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने संगठन पर आरोप लगाकर यह कहा था कि प्रदेश संगठन ने कांग्रेस के तीनों महत्वपूर्ण पद प्रदेश अध्यक्ष,नेता प्रतिपक्ष एवं विधानसभा उपनेता कुमाऊं में देकर गढ़वाल के साथ पक्षपात किया है,जिसके लिए प्रदेश संगठन को दिल्ली जाकर अपनी गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए ।
आपको बताते चलें यह विवाद कांग्रेस के नवनियुक्त जिला अध्यक्षों के कारण हुआ है जिले में सीपी शर्मा को कांग्रेस ने जिलाध्यक्ष बनाया है,जिसके लिए विधायक तिलकराज बेहड़ को संगठन द्वारा नहीं पूछा गया।
कांग्रेस का दूसरा गुट इसके बाद विधायक से मिलने गया जहां से यह विवाद शुरू हो गया ।
अब फिर एक बार तिलकराज बेहड़ ने नवनियुक्त जिलाध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने संगठन के शीर्ष नेता को पैसे देकर जिला अध्यक्ष का पद खरीदा है,उन्होंने यह भी कहा कि कल का आये हुए व्यक्ति को इतना महत्वपूर्ण पद नहीं दिया जाना चाहिए था ।
एक निजी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि यदि सिडकुल नहीं होता तो शर्मा जैसे ठेकेदार नहीं पनप पाते।
वह जल्द ही उन नामों का भी खुलासा करेंगे जिन्होंने पैसे लेकर शर्मा को जिलाध्यक्ष बनाया है ।
एक बार रुद्रपुर किच्छा तराई की राजनीति में फिर बाजार गर्म हो गया है कि क्या सीपी शर्मा को जिलाध्यक्ष से हटाया जाएगा ।
यह देखना रोचक होगा कि संगठन और विधायक कि इस लड़ाई में किसकी महत्वकांक्षी जीत होती है ।
वही कल एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री से तिलक राज बेहड़ और की मुलाकात के बाद फिर राजनीति गरमाई थी और चर्चा में यह आने लगा था की तिलकराज बेहड़ जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं ।
हालांकि तिलक राज बेहड़ ने कहा था कि वह किसी दल में नहीं जाएंगे कांग्रेस में ही रहेंगे जनप्रतिनिधि होने के नाते वह अपनी कुछ समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिले ।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी इस घटनाक्रम और बयान बाजी के बाद कर चुके हैं तिलकराज बेहड़ से मुलाकात ।
इस संदर्भ में पर्वतजन ने नवनियुक्त जिलाध्यक्ष शर्मा एवं वर्तमान विधायक तिलकराज बेहड़ से वार्ता करी तो उन्होंने कहा
सीपी शर्मा (नवनियुक्त जिलाध्यक्ष)
“तिलकराज बेहड़ एक सम्मानित अनुभवी कांग्रेसी नेता है,उन्हें इस तरह के अनर्गल बयानबाजी से बचना चाहिए साथ ही अपनी बात पार्टी फोरम पर रखनी चाहिए,सीडकुल कांग्रेस के ही पूजनीय नेता पंडित नारायण दत्त तिवारी जी की देन है जिससे न सिर्फ सीपी शर्मा का भला हुआ बल्कि प्रदेश के अन्य कई नागरिकों का भी भला हुआ हैं।”
किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ कहते हैं कि
“उन्होंने किसी का नाम लेकर कोई बयानबाजी नहीं करी और अपनी बात पर पार्टी फोरम पर रख चुके हैं,वह नाराज जरूर है क्योंकि प्रदेश संगठन द्वारा बिना उनसे कुछ भी पूछे हुए निर्णय लिए गए हैं जो कि गलत हैं।”
भाजपा ज्वाइन करने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस से कहीं नहीं जा रहे इसे बेवजह हवा बनाया जायें।
अब यह लड़ाई कहां तक जाती है और क्या प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा डैमेज को कंट्रोल कर पाते हैं यह देखना होगा।
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