स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड में नैनीझील को साफ करने के लिए पाली गई मछलियों को नियमविरुद्ध बाहर के लोग आकर खाना खिला रहे हैं, लेकिन इन्हें देखने वाला कोई नहीं है ।
नैनीझील के तल्लीताल क्षेत्र में आपको अक्सर सैकड़ों मछलियों का झुंड देखने के लिए मिल जाएगा । यहां लोग फ़ोटो खीचकर इसे यादगार बनाते हैं । नैनीझील की पारिस्थितिकीय तंत्र को बचाने के लिए पंतनगर विश्वविद्यालय की मदद से कुछ वर्ष पूर्व एक लाख साठ हजार मछलियों के बीज झील में डाले गए थे ।
ये मछलियां झील में गंदगी और काई(एल्गी)को खाती हैं, जिससे झील स्वच्छ होती है । लेकिन पिछले कुछ समय से इन मछलियों को पर्यटक व अन्य लोग ब्रेड, आटा और बिस्कुट आदि खिलाकर बीमार कर रहे हैं । ये मछलियां काई और गंदगी खाने के बजाए इन चीजों को खाती हैं जिससे इनका साइज बढ़ता जा रहा है ।
नगर पालिका ने लोगों को ऐसा करने से रोकने के लिए झील के चारों तरफ बोर्ड लगाकर आर्थिक दण्ड के बारे में लिखा है । बोर्ड में मछलियों को खाना देने से उनकी जान को खतरा बताया गया है । ऐसा करने पर ₹500/= का जुर्माना भरने की बात कही गई है ।
झील किनारे हमें यू.पी.में मुरादाबाद जिले के चंदौसी से आए हनी मिले जो मछलियों को आटा खिला रहे थे । हनी अपने एक साथी के साथ एक कट्टा भरकर गुदा हुआ आटा लेकर आया था । उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो ऐसा करते रहते हैं ।
उन्होंने बताया कि वो बताए गए तरीके से मछलियों को खिलाते हैं । तल्लीताल के झील नियंत्रण कक्ष में खड़े होकर मछलियों को अवैध रूप से खाना डालते इन लोगों को रोकने और चालान करने वाला कोई नहीं था ।