एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आज अपने पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में सड़कों पर उतर कर मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
यही नहीं इन्होंने मुख्यमंत्री की विधानसभा डोईवाला में मेन चौराहे पर मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका।
देखिए वीडियो 1
https://youtu.be/ADn-QCz1WNg
मामला यह है कि डोईवाला के छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद का प्रत्याशी रोहन दलित परिवार का है। आरोप है कि इस पर प्रत्याशी का दबदबा देखकर भाजपाइयों ने उसको तथा उसके परिवार को डरा धमका कर जेल में डालने की धमकी दी।
देखिए वीडियो 2
https://youtu.be/xHlLiqPZyg4
इस पर अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रोहन सहित एनएसयूआई के सभी छह प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया, और मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर उतर आए।
इसके बाद अध्यक्ष, सह सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के प्रत्याशी निर्विरोध रूप से जीत गए।
हालांकि एबीवीपी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रकाश कोठारी का कहना है कि “रोहन के जाति प्रमाण पत्र में खामी थी, जिसके कारण उसने अपना नाम वापस ले लिया था। इसमें भाजपा अथवा एबीवीपी के द्वारा धमकाया जाने की बात कहना गलत है।”
नामांकन वापसी के कारण अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अभिषेक पूरी, सचिव पद पर शिवम कोहली तथा कोषाध्यक्ष पद पर अंबिका चौहान ने निर्विरोध बाजी मार ली।