जल विद्युत निगम ने डाकपत्थर बैराज की डाउनस्ट्रीम, गेट आदि का कार्य कराने हेतु 2 वर्ष के अंदर ही दोबारा टेंडर निकाल दिया गया है, जो 18 जून 2021 को होना प्रस्तावित है।
महज 2 वर्ष पूर्व मई माह वर्ष 2019 में लगभग 6 करोड़ से अधिक की लागत पर डाकपत्थर बैराज की डाउनस्ट्रीम एवं गेट आदि के कार्य हेतु टेंडर निकाला गया था। जिसमें कार्य पूर्ण करने की अवधि 1 वर्ष थी।
आश्चर्यजनक रूप से मात्र 21 दिन में कार्य को करके ठेकेदार ने कार्य को पूर्ण दर्शा दिया और विभागीय अधिकारियों एवं उक्त ठेकेदार की मिलीभगत से उक्त कार्य का वेरिएशन कर 6 करोड़ का टेंडर 9 करोड़ से अधिक का बना दिया गया।इस प्रकरण की जांच अभी पूर्ण भी नहीं हुई है।
जांच पूर्ण न होने के पश्चात भी एक बार दोबारा उसी स्थान पर वही डाकपत्थर बैराज की डाउनस्ट्रीम, गेट आदि का कार्य कराने हेतु 2 वर्ष के अंदर ही दोबारा टेंडर निकाल दिया गया है, जो 18 जून 2021 को होना प्रस्तावित है।
इस सन्दर्भ में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भास्कर चुग ने मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा सचिव को प्रेषित एक शिकायती पत्र लिखा।पत्र में भास्कर चुग ने यूजेवीएनएल द्वारा डाकपत्थर बैराज की डाउनस्ट्रीम, गेट आदि में दोबारा टेंडर निकाले जाने की जांच करवा कर सख्त कार्यवाही करने की मांग की।
भास्कर चुग ने कहा कि, क्या एक या दो ऐसे ठेकेदार जिनकी उत्तराखंड जल विद्युत निगम में बहुत अच्छी सेटिंग है,उनको को लाभ पहुंचाने के लिए उक्त टेंडर निकाला गया है ?
क्या 2 वर्ष पूर्व 21 दिन में कार्य समाप्त करने के प्रकरण में जारी जांच को प्रभावित करने के उद्देश्य से उक्त टेंडर निकाला गया ?
जो कार्य 21 दिन में होना दर्शाया गया, उसी कार्य को जब नए टेंडर में करा दिया जाएगा तो जांच करने वाले आखिर जांच किस कार्य की करेंगे ?
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भास्कर चुग ने कहा कि, जिस पैसे से टेंडर निकाल कर ठेकेदार विशेष को करोड़ों की रकम डकारने का अवसर दिया जा रहा है, और पूर्व में भी मोटी रकम हजम कराई गई, वह पैसा उत्तराखंड जल विद्युत निगम के अधिकारियों का निजी धन नहीं है। यह पैसा वर्ल्ड बैंक का है या जनता द्वारा चुकाए गए कर से दिया जाता है।
यह राष्ट्र का पैसा है और इस पैसे को डकारने का काम करने वाले चाहे अधिकारी हो या ठेकेदार, राष्ट्र के हितैषी कदापि नहीं हो सकते। भास्कर चुग ने मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा सचिव से इस प्रकरण की शीघ्र ही गंभीरता से जांच कराने एवं दोषियों को दंडित कराने की मांग की है।