स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड उच्च न्यायालय ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान को जमानत दे दी है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC)के पेपर लिक मामले में स्पेशल टास्क फोर्स(एस.टी.एफ.)देहरादून ने राजेश चौहान को आरोपी बनाया था। राजेश चौहान के अधिवक्ता नारायण हर गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी की एकलपीठ ने आज मामले में सुनवाई के बाद राजेश को जमानत दे दी।
बताया कि एस.टी.एफ.ने राजेश के खिलाफ जो एफ.आई.आर.दर्ज की थी उसमें राजेश चौहान का नाम नहीँ था। राजेश चौहान को पुलिस ने सह अभियुक्त के बयानों के आधार पर अभियुक्त बनाया था। इन्हीं तर्कों के आधार पर आज राजेश की जमानत याचिका स्वीकार हो गई। राजेश पिछले आठ महीने से जेल में बंद थे। प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान अगस्त 2022 से देहरादून की जेल में बंद थे।