उत्तराखंड के नामी बिल्डर और उद्योगपति सुधीर विंडलास को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। करोड़ों रुपये के कथित जमीन घोटाले के मामले में करीब 22 महीने से जेल में बंद विंडलास को मंगलवार को देश की सर्वोच्च अदालत ने जमानत प्रदान की है।
जोहरी गांव जमीन प्रकरण से जुड़ा है मामला
यह विवाद देहरादून के जोहरी गांव की जमीन से जुड़ा है। शिकायतकर्ता संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि सुधीर विंडलास और उनके सहयोगियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनकी मां और दिवंगत भाई के नाम की जमीन अपने नाम ट्रांसफर करवा ली। इस संबंध में प्रारंभिक शिकायत राजपुर थाना में दर्ज की गई थी।
बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने इसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंप दी थी।
दिसंबर 2023 में हुई थी गिरफ्तारी
CBI ने दिसंबर 2023 में सुधीर विंडलास को गिरफ्तार किया था। तब से वह न्यायिक हिरासत में थे। इस दौरान उनकी जमानत याचिका उत्तराखंड हाईकोर्ट में तीन बार खारिज की जा चुकी थी। अंततः मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां से उन्हें राहत मिल गई।
वहीं, सीबीआई ने इस मामले की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है, जिससे अब ट्रायल प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
ईडी भी कर रहा है जांच
इस प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी सक्रिय है। ईडी ने विंडलास की संपत्तियों की जांच करते हुए करीब ढाई करोड़ रुपये मूल्य की प्रॉपर्टी अटैच की है। जांच एजेंसियां इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि कथित जमीन सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग के कोई एंगल तो नहीं हैं।
कौन हैं सुधीर विंडलास?
सुधीर विंडलास उत्तराखंड के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर और उद्योगपति माने जाते हैं। उनकी कंपनी विंडलास डेवलपर्स लिमिटेड (Windlass Developers Ltd) राज्य में कई बड़े आवासीय और वाणिज्यिक प्रोजेक्ट्स चला चुकी है।


