प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बन कर उत्तराखंड आए एक फ्रॉड किरण पटेल ने उत्तराखंड के अफसरों से अपनी खूब सेवा टहल करवाई। अच्छा प्रोटोकोल हासिल किया और उत्तराखंड के अधिकारियों ने भी आंख बंद करके पूरा प्रोटोकॉल दिया। सेवा पानी अलग से कर दी।
ऋषिकेश आरती मे भी यह व्यक्ति शामिल हुआ लेकिन मामला तब खुला जब यह अधिकारी जम्मू कश्मीर में पकड़ा गया।
अब उत्तराखंड में अधिकारी इस बात की खोजबीन में लग गए हैं कि इस फ्रॉड ने कहां-कहां पर उत्तराखंड के अधिकारियों की सेवाएं हासिल की और इसको कौन-कौन सी श्रेणी की सुरक्षा दी गई !
यह फ्रॉड अफसर देहरादून, ऋषिकेश और केदारनाथ तक भी गया। जहां जहां भी गया, उसे वीआईपी सुविधाएं मुहैया कराई गई।
मतलब जब सांप निकल गया तो अब उत्तराखंड के अफसर लकीर पीट रहे हैं।
उत्तराखंड मे यह बड़ी आम बात है कि अधिकारी आंख बंद करके फाइल आगे सरकाने में विश्वास रखते हैं।
कोई जांच-पड़ताल करने का जहमत नहीं उठाता। उत्तराखंड के अधिकारी अब इसकी कितनी कुंडली खंगाल पाते हैं , यह देखने वाली बात होगी।
लेकिन सबसे अहम यह बात है कि इस अधिकारी के कई जगह जेड प्लस सुरक्षा में संवेदनशील क्षेत्रों में घूमने की बात सामने आई है। यदि सुरक्षा और देश की गोपनीयता के साथ कोई खिलवाड़ कर गया होगा तो यह वाकई चिंताजनक तो है।