केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रा के दौरान पशु क्रूरता की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी।
इन वीडियोस को देखकर उत्तराखंड सहित पूरे देश में पशु क्रूरता को लेकर कई तरह की बातें हो रही थी।
अब जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने पशुओं के साथ केदारनाथ यात्रा के दौरान क्रूरता ना हो इसको लेकर कड़े निर्देश दिए हैं।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर बीमार व कमजोर घोड़ा-खच्चर का संचालन करने पर संचालक और पशु स्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ ही अर्थदंड भी लगाया जाएगा। यात्रा मार्ग पर पशु चिकित्सक, सेक्टर अधिकारी और म्यूल टॉस्क फोर्स पशुओं की निगरानी करेगी।
केदारनाथ घोड़ा-पड़ाव पर 40 लाख की लागत से रेन शेल्टर तैयार किया जाएगा।
केदारनाथ यात्रा में घोड़ा-खच्चरों से किसी भी तरह की पशु क्रूरता न हो इसके लिए निरंतर निगरानी की जाएगी। डीएम ने यात्रा मार्ग पर संचालित घोड़ा-खच्चरों से जुड़ी पूरी जानकारी पोर्टल पर और सेक्टर अधिकारियों के व्हाट्सएप पर देने को कहा। उन्होंने पशुपालन विभाग से कहा कि पशु चिकित्सक के प्रमाणपत्र के आधार पर पशुओं का संचालन किया जाए।