– खांडरा गांव भूस्खलन की चपेट में, प्रशासन से कोई उम्मीद नही
– जिला मुख्यालय से ग्रामीणों का टूटा संपर्क
– प्रशासन नहीं ले रहा, आपदा पीड़ितों की सुध
– बीमार बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं नही पहुंच पा रही अस्पताल
– गौशाला में मवेशी दबे, पानी का संकट, राहत की कोई उम्मीद नही
– प्रशासन मौन, विधायक, जिलापंचायत सदस्य, प्रदेश अध्यक्ष वोट की राजनीति तक सीमित
रिर्पोट: बिजेंद्र राणा
गोपेश्वर: चमोली के दशोली ब्लॉक अंतर्गत कौंजपोथनी ग्राम सभा के लोग दहशत में जी रहे हैं। 13 अगस्त की रात को बादल फटने से गांव में भारी नुकसान हुआ है। काणा गांव के सतेंद्र, रामचंद्र और कौंज गांव के नरेश रावत की गौशाला में मवेशी मलबे में दब गए। जिनका आज तक कुछ भी पता नही चला। खांडरा गांव भूस्खलन की चपेट में आ गया है। करीब 40 परिवारों की रातों की नींद उड़ी हुई है।गोपेश्वर मुख्यालय से ग्रामीणों का संपर्क टूट गया है।
दरअसल, कौंजपोथनी ग्राम सभा गोपेश्वर मुख्यालय से 15 किलो मीटर की दूरी पर है। यह सड़क बद्रीनाथ के लिए जोड़ी जा रही है। अगस्त माह में जब राष्ट्रीय राजमार्ग छिनका में मलबा आ गया था। तब प्रशासन ने पीपलकोटि से वाहनों को खांडरा, मैकोट मार्ग से गोपेश्वर मुख्यालय भेजा। तब प्रशासन को बड़ी राहत मिली थी। लेकिन अब खांडरा मोटर मार्ग भूस्खलन की चपेट में आने पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।
प्रशासन नहीं ले रहा सुध
आपदा की चपेट में आने से ग्रामीणों का जनजीवन अस्त, व्यस्त हो गया है। श्रोत क्षतिग्रस्त होने से पानी का संकट खड़ा हो गया है। बिजली के खम्बे बहने से ग्रामीणों के मोबाइल नंबर पर सम्पर्क नही हो पा रहा है। बीमार बुजुर्गों को दवाई उपलब्ध नही हो पा रही। गर्भवती महिलाएं अस्पताल तक नही पहुंच पा रही।
बच्चों का भविष्य अंधकार में
कौंजपोथनी के काणा गांव की स्कूल भूस्खलन की चपेट में आने से बच्चों के सामने पढ़ाई का संकट खड़ा हो गया है। वहीं पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्राम सभा के कक्षा 6-12 वी तक के छात्र मैकोट स्कूल तक नही पहुंच पा रहे हैं।
अनदेखा कर रहा प्रशासन
नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ पत्रकार इसी इलाके के रहने वाले हैं। वह अभी देहरादून के एक प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत हैं। उनका कहना है कि घटना के बाद उन्होंने चमोली जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से फोन पर सम्पर्क किया। ठोस कार्रवाई की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
विधायक भंडारी, प्रदेश अध्यक्ष भट्ट वोट की राजनीति तक सीमित
बद्रीनाथ के विधायक राजेन्द्र भंडरी हैं। उनकी पत्नी रजनी भंडारी जिलापंचायत अध्यक्ष हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी इसी विधानसभा के रहने वाले हैं। पत्रकार आगे बताते हैं कि उन्होंने विधायक राजेन्द्र भंडारी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को फोन से सारा घटनाक्रम बताया। लेकिन भंडारी ने एसडीएम से तत्काल कार्रवाई करने की बात कहकर टाल दिया। जबकि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बागेश्वर में उप चुनाव में जाने की बात कहकर फोन काट दिया। जिलापंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने तो क्षेत्र में अपने दर्शन तक नही दिए।