स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया है की उनकी महत्वकांशी डिजिटलाइजेशन की योजना आने के बाद फर्जी दस्तावेजों के साथ वकालत करने वाले लोग अब वकालत नहीं कर सकेंगे । निर्विरोध निर्वाचित प्रभात कुमार चौधरी ने सभी अधिवक्ताओं का आभार जताया।
नैनीताल उच्च न्यायालय के समीप उत्तराखंड बार काउंसिल के कार्यालय में वरिष्ठ अधिवक्ताओं के बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई । प्रेस में बार काउंसिल अध्यक्ष के चुनाव के परिणाम के बारे में बताया गया । तीन सितंबर से अध्यक्ष पद के नामांकन दाखिल हुए थे, तय तिथि तक एक नामांकन ही दाखिल हुआ, जिससे अल्मोड़ा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता प्रभात कुमार चौधरी की जीत लगभग तय मानी जा रही थी ।
आज दोपहर 12 बजे बॉक्स खुला और सभी कागजात वैध पाए जाने के बाद प्रभात कुमार चौधरी को निर्विरोध बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड का अध्यक्ष बना दिया गया । पूर्व अध्यक्ष को माला पहनाकर विदाई दी गई। निवर्तमान अध्यक्ष श्री.भंडारी ने बताया कि उनके कार्यकाल में लगभग 3500 अधिवक्ताओं के वैरिफिकेशन किये गए ।
उन्होंने उत्तराखंड के सभी बार एसोसिएशनों को पंजीकृत करने में मदद की और अब केवल अल्मोड़ा और ऋषिकेश की बार पंजीकृत नहीं हैं, जो जल्द ही पंजीकृत करा ली जाएंगी । कोरोना काल मे अधिवक्ताओं की मृत्यु और गंभीर बीमारी में भी उनके कार्यकम में लाभ दिलाए गए ।
श्रीनगर निवासी भंडारी बीती 25 फरवरी को अध्यक्ष बने थे, जिन्होंने आज संवैधानिक तरीक़े से ये जिम्मेदारी अल्मोड़ा निवासी प्रभात कुमार चौधरी को सौंप दी है। प्रभात ने बताया कि पुराने अध्यक्ष के कामों को पूरा करवाने के अलावा उनका ड्रीम प्रोजेक्ट अधिवक्ताओं को डिजिटलाईजेशन से जोड़ना है । उनका ये प्रोजेक्ट देश का पहला प्रोजेक्ट होगा ।
इसी कारण न्यायालय में कभी कभी फर्जी बहस करने वाले अधिवक्ताओं पर पूर्णतः रोक लगेगी । प्रभात कुमार चौधरी का कार्यकाल आज से 25 फरवरी 2022 तक रहेगा। इस मौके पर महाधिवक्ता एस.एन.बाबुलकर, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य डी.के.शर्मा समेत कई अधिवक्ता शामिल थे ।