उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं को बड़ी राहत देते हुए अपने जन्मदिन पर घोषणा की थी कि मार्च 2022 तक युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने के लिए कोई भी शुल्क अदा नहीं करना पड़ेगा, परंतु कल जारी की गई भर्ती ने मुख्यमंत्री धामी की चुनावी घोषणाओं पर पानी फेर दिया।
आपको बता दें कि 2022 सियासत के मध्य नजर प्रत्येक राजनीतिक दल तरह-तरह के चुनावी प्रलोभन जनता को दे रहा है ।
कुछ ऐसा ही चुनावी प्रलोभन भाजपा सरकार द्वारा भी दिया गया, परंतु सरकार के विभाग ने ही सरकार की पोल खोल दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने जन्मदिन के दिन पर यह घोषणा की थी कि करोना काल के कारण अर्थव्यवस्था को भारी हानि हुई है ।साथ ही जनमानस को भी बहुत हानि हुई है, जिससे उन्होंने बेरोजगार युवाओं को राहत दे देते हुए बोला था कि मार्च 2022 तक प्रदेश के किसी भी भर्ती के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। और उनकी यह घोषणा उत्तराखंड लोक सेवा आयोग,उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग,उत्तराखंड चिकित्सा चयन बोर्ड, उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद के साथ ही राज्य में अन्य चयन करने वाली संस्थाओं पर भी लागू होगी।
अब कल दिनांक 1-10-2021 को विभिन्न विभागों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की।
जिसमें उन्होंने सामान्य वर्ग/पिछड़ा वर्ग/ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए ₹975 की फीस रखी। वही अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति के लिए ₹875 की फीस रखी ।
ऐसा करने से मुख्यमंत्री की घोषणा मात्र चुनावी प्रलोभन साबित होती दिख रही है।
अब देखना होगा क्या बेरोजगारों को भर्ती की फीस देते रहनी होगी या मुख्यमंत्री इसका संज्ञान लेकर बेरोजगारों को राहत देंगे।