उत्तराखंड क्रांति दल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बी पि पि बोर्ड में दिए जाने के विरोध रविवार से अनशन का ऐलान कर दिया है। उत्तराखंड क्रांति दल ने आज एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा और अस्पताल को पीपीपी मोड वापस दिए जाने तक आंदोलन जारी रखने का अल्टीमेटम दिया उत्तराखंड क्रांति दल के विधानसभा प्रत्याशी शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि यहां आंदोलन पीपीपी मोड निरस्त होने तक जारी रहेगा तथा यदि सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो इस आंदोलन को जन आंदोलन में तब्दील किया जाएगा।
उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष संजय डोभाल ने बताया कि रविवार को समाजसेवी परमानंद बलोदी और सुमन बडोनी अनशन पर बैठेंगे।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव केंद्रपाल तोपवाल ने बताया कि डोईवाला के अस्पताल की दुर्दशा के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों बराबर की दोषी हैं, उन्होंने तत्काल एग्रीमेंट समाप्त किए जाने की बात कही।
उत्तराखंड क्रांति दल की महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष बीना नेगी तथा निर्मला भट्ट ने बताया कि अस्पताल को प्रो बोनो एग्रीमेंट के तहत हिमालयन अस्पताल को सौंपने से पहले जो वादे किए गए थे उनमें से एक भी वादा सरकार ने पूरा नहीं किया।
उत्तराखंड क्रांति दल के मंडल अध्यक्ष जीवानंद भट्ट तथा शशि बाला देवी ने कहा कि अब न तो अस्पताल मे दवाइयां मिलती हैं, न सर्जरी होती है और ना ही अल्ट्रासाउंड जांच नियमित होती हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल की नेत्री तारा देवी यादव और लक्ष्मी देवी ने बताया कि सरकार ने जनता को मेडिकल माफिया के हाथों में सौंप दिया है। तमाम विरोध प्रदर्शनों के बावजूद संज्ञान लेने को तैयार नहीं है।
धरना-प्रदर्शन मे रामेश्वर पांडेय, रमेश तोपवाल, किशन तोपवाल, रंजीत सिह, वीर सिंह, विनोद सिंह रावत, हर्ष रावत, राजीव सिंह, शशिधर वेदवाल सहित दर्जनों लोग शामिल थे।