रिपोर्ट- राजकुमार सिंह परिहार
पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार वर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि जोशीगांव में गोविंद बिष्ट के मकान में किराये पर रह रहे भूपाल राम पुत्र हरीश राम, निवासी भनार, घटबगड़ की पत्नी नंदी देवी, बेटी अंकिता, बेटा कृष्णा और भावेश की संदिग्ध मौत हो गई थी। कमरे दोनों अंदर से बंद थे। शवों का पोस्टमार्टम कर लिया गया है। बिसरा जांच के लिए भेजा गया है। घर की तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट मिला। जिसे कक्षा आठ में पढ़ रही मृतका अंकिता ने लिखा था। आर्थिक तंगी और देनदारी से परिवार परेशान था।
पत्रकार वार्ता में एसपी ने कहा कि भूपाल राम के घर लोग पैसा मांगने घर आ रहे थे। उनकी मां मानसिक रूप से परेशान और दवाब में थी। पिता घर पर आ रहे पैसा मांगने आने वालों से परेशान था। सुसाइड नोट में लिखा है कि लोकल पुलिस ने सहयोग नहीं किया। जिसमें घर आकर पैसा मांगने वाले कुछ लोगों के नाम भी लिखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट का अवलोकन करने के लिए टीम बना दी गई है। सुसाइड नोट की राइटिंग मिलाने के लिए अंजलि की कापी भी ली गई है। जिसकी जांच राइटिंग एक्सपर्ट से भी कराई जाएगी। जिसकी विवेचना कपकोट कोतवाली और सीओ को सौंपी गई है। लापरवाही पर विभागीय जांच की जा रही है। विवेचना में अन्य तथ्य सामने आने अग्रिम कार्रवाई होगी।
♦️ पुलिस का सहयोग नहीं मिलने पर कोतवाल कैलाश नेगी लाइन हाजिर
वहीं एसपी हिमांशु कुमार वर्मा ने केस में लापरवाही बरतने पर बागेश्वर कोतवाल कैलाश नेगी को लाइन हाजिर कर दिया है एसपी के मुताबिक छह पन्नों का सुसाइड नोट मिला। जो मृतका की बेटी अंजली ने लिखा बताया जा रहा है।एसपी बर्मा ने बताया कि सुसाइड नोट को संज्ञान के लेते हुए कोतवाल को लाइन हाजिर किया गया है। सुसाइड नोट में लिखा गया है कि आए दिन पुलिस उनके कमरे में दबिश दे रही थी
♦️परिवार के मुखिया को ढूंढ लाई पुलिस, आत्महत्या को प्रेरित करने पर मुकदमा दर्ज
एसपी ने कहा कि भूपाल राम को कांडा के चुचेर गांव से पुलिस लेकर आई है। उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं रीमा निवासी नीमा देवी के विरुद्ध धारा 306 यानी आत्महत्या को प्रेरित करने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि सुसाइट नोट लंबा है।जिसमें लिखा था कि आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और उनके खाने के लिए राशन नहीं है। पिता भूपाल राम गत 01 मार्च 2023 से घर नहीं आया। भूपाल ने कई लोगों से पैसे उधार लिये हैं। भूपाल अधिकतर बाहर रहता था और लोग उनके घर व रास्ते में आते जाते अपने पैसे वापस मांगने के लिए भूपाल की पत्नी पर दबाव बनाते थे। कुल मिलाकर भूपाल की करतूतों का सामना पत्नी व बच्चों को करना पड़ता था। जिससे पत्नी व बच्चे मानसिक तौर पर काफी परेशान थे। एसपी ने बताया कि कुछ लोगों के नाम भी सुसाइट नोट में शामिल हैं, जो उनसे पैसे वापस देने के लिए उन पर दबाव बनाते थे। इस पर मुक़दमा दर्ज किया गया है।