हरिद्वार। उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार में सतर्कता विभाग (विजिलेंस) के एक दल (ट्रैप टीम) ने एक शिकायत पर हरिद्वार जिले में नियुक्त चकबंदी विभाग के एक लेखपाल को पीड़ित से साढ़े सात हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
विजिलेंस के अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल ने शुक्रवार शाम बताया कि एक शिकायतकर्ता ने शिकायत की कि उसके पास गांव में 18 बीघा जमीन के अलावा, अन्य गांव डौसनी में ही सुरेश कुमार यादव, निवासी सी-127 सुभाष नगर, रूडकी (हरिद्वार) तथा उनकी पत्नी सरोज बाला की लगभग 24 बीघा जमीन है।
जिनकी जमीन की बटाई के बदले में प्रतिवर्ष फसल पर वह किराये की रकम देता है। इस साल बाढ़ आपदा के कारण फसल बर्बाद होने के कारण मुआवजे के लिये दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर एसडीएम, लक्सर तथा नायब तहसीलदार, लक्सर से 13 सितंबर को इस सम्बन्ध में आदेश किये गए।
इसके बाद उस पर रिपोर्ट लगवाने को एवज में बछेड़ी खादर क्षेत्रके चकबन्दी लेखपाल वीरपाल द्वारा उससे 7,500/- (साढ़े सात हजार) रुपये रिश्वत की माँग की जा रही है। चूंकि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए शिकायत की। एसपी गुंज्याल ने बताया कि उक्त शिकायत पर विजिलेंस ने जब गोपनीय जाँच की तो प्रथम दृष्टया सही मिला।
इस पर गठित ट्रैप टीम ने आज अभियुक्त वीरपाल पुत्र आशाराम निवासी, 54, पटेलनगर, गणेशपुर, रूड़की, निकट मालवीय चौक, थाना गंगनहर, जनपद हरिद्वार को शिकायतकर्ता से 7500/ रुपये रिश्वत ग्रहण करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि उक्त भ्रष्ट अभियुक्त से पूँछताछ जारी है। साथ ही, उसके आवास सहित अन्य ठिकानों की भी तलाशी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि विजिलेंस निदेशक द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरूस्कार की घोषणा की गयी है।