धारचूला एनएचपीसी (NHPC) के हाइड्रो प्रोजेक्ट की टनल में फंसे श्रमिकों का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में श्रमिकों ने साफ कहा है कि वे अब भी टनल के अंदर फंसे हुए हैं और तीन दिन से बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं। जिसके बाद से प्रशासनिक राहत बचाव कार्यों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
श्रमिकों का बयान
फंसे हुए कर्मियों ने वीडियो में कहा कि वे अभी भी टनल में ही हैं और बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया हैं । उन्होंने बताया कि अंदर कोई बड़ी समस्या नहीं है, सभी तरह के इंतजाम अंदर हैं लेकिन वे लगातार तीन दिनों से राहत का इंतजार कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
टनल से मिले इस वीडियो के बाद स्थानीय लोगों ने राहत और बचाव कार्यों की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन और विभागीय स्तर पर स्पष्ट समन्वय की कमी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
परिवारों में बढ़ी चिंता
टनल में फंसे श्रमिकों के परिवार और क्षेत्रवासी गहरी चिंता में हैं। उनका कहना है कि प्रशासनिक दावों और श्रमिकों के संदेशों में बड़ा विरोधाभास साफ दिखाई दे रहा है। लोगों ने आरोप लगाया कि यह राहत-बचाव अभियान कम और मजाक ज्यादा लग रहा है।
बड़ा हादसा टल सकता है?
लोगों का कहना है कि अगर राहत कार्य में देरी और समन्वय की कमी जारी रही तो यह स्थिति किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती है। अब सबकी निगाहें प्रशासन और एनएचपीसी की आगे की कार्यवाही पर टिकी हुई हैं।


