रिपोर्ट – जगदम्बा कोठारी
दिसंबर 2023 में पर्वतजन मैगजीन ने ‘नेताओं और अफसरो ने मिलकर उजाड़ी बगिया’ नाम से आवरण कथा प्रकाशित करी थी। जिसमें खुलासा किया गया था कि उद्यान विभाग में करोड़ों का घोटाला हुआ है। विभाग के तत्कालीन निदेशक डॉ. हरमिंदर सिंह बवेजा ने बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमिताएं की हैं। जिसको लेकर सीबीआई ने जांच कर उद्यान घपले की परतें खंगाली हैं।
उद्यान घौटाले के आरोपी दो हरविंदर सिंह बवेजा समेत 15 लोगों पर सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिनमे वर्तमान मुख्य उद्यान अधिकारी पिथौरागढ़, राजेंद्र कुमार नेसिंह तत्कालीन आलू विकास अधिकारी उधम सिंह नगर (वर्तमान मुख्य विकास अधिकारी नैनीताल) नारायण सिंह बिष्ट, वर्तमान उद्यान निरीक्षक देहरादून सहित कई बड़े अधिकारी शामिल हैं।
भाजपा के मंत्रियों ने झाड़ा पल्ला
हरविंदर सिंह बवेजा की उत्तराखंड में प्रतिनियुक्ति को लेकर उद्यान मंत्रियों ने पल्ला झाड़ है। वर्ष 2021 में बवेजा को प्रतिनयुक्ति पर हिमाचल से उत्तराखंड बुलाया गया था। उस समय त्रिवेंद्र सरकार में उद्यान एवं कृषि मंत्री का जिम्मा मौजूदा सरकार के वन मंत्री सुबोध उनियाल संभाल रहे थे। अब उनका कहना है कि बवेजा की नियुक्ति को लेकर मंत्रालय या विभाग का कोई लेना-देना नहीं है। वहीं वर्तमान उद्यान मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि बवेजा ने इस तथ्य को छुपाया की हिमाचल में उसके खिलाफ जांच चल रही है। ऐसे में बड़ा प्रश्न यह उठता है कि सरकार बिना तथ्यों के जांच किए एक भ्रष्ट व्यक्ति को महत्वपूर्ण पद कैसे दे सकती है!