उत्तराखंड पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। उत्तराखंड पुलिस ने विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बनबसा क्षेत्र के 03 युवको को स्कैमिंग का कार्य कराने के लिए म्यामार में बेचने वाले अभियुक्त को गुजरात से गिरफ्तार किया है।
इसके साथ ही बनबसा क्षेत्र के बन्धक 03 युवको को भारतीय दूतावास के माध्यम से सकुशल वापस लाया गया हैं।
राजेन्द्र सिह सौन ग्राम गुदमी भैसाझाला बनबसा चम्पावत ने तहरीर दी कि उनका पुत्र ललित सोन अपने दोस्तों विकास, कमलेश व 03 खटीमा के युवकों के साथ घर से रोजगार की तलाश में दिल्ली के लिए निकला था जहां से ये लोग बैंकाक निकल गये । जिनसे अब कोई सम्पर्क नहीं हो पा रहा है और न ही इनका कुछ पता चल पा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर शिकायत दर्ज की।
पुलिस अधीक्षक चम्पावत के निर्देशानुसार मामले की जांच शुरु हुई और दूसरे देश में बेचे जाने की सूचना पर गुमशुदा युवकों की सकुशल बरामदगी व घर वापसी के लिये भारतीय दूतावास से पत्राचार किया गया।
जांच में पता चला कि राहुल उपाध्याय ने अपने दोस्त गुजरात निवासी जय जोशी जिसका वास्तविक नाम जयदीप रामजी टोकड़िया के साथ मिलकर उत्तराखण्ड राज्य से 07 युवाओं व अन्य राज्यों के बेरोजगार युवकों को अपनी बातों में बहला फुसलाकर विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें भारत से गैर राष्ट्र बैकाक बुलाकर विदेशी कम्पनियों को 10,000/-थाई भाट व्यक्ति के हिसाब से बेच देना जहां विदेशी कम्पनियों द्वारा उन्हें म्यामार में गोपनीय स्थान पर ले जाकर उनसे स्कैमिंग का काम कराने के लिए बंधक बनाना तथा काम न करने पर उन युवकों के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार कर जबरदस्ती काम कराना एवं बन्धक बनाये गये युवकों को वापस भारत देश भेजने के लिए उनसे भारी भरकम धनराशि की मांग कर वसूल की गयी।
पुलिस को आरोपी जयदीप रामजी टोकड़िया के गुजरात के गांव टुकड़ा पोरबन्दर(गुजरात) में होने की सूचना मिली जिसके बाद पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफतार किया।
आरोपी ने पूछताछ में माना कि उसने अपने दोस्त राहुल उपाध्याय के साथ मिलकर बनबसा क्षेत्र के 03 तथा खटीमा क्षेत्र के 03 युवकों को अपनी बातों में बहला फुसलाकर बैंकॉक बुलाया था जहां से उन्हे विदेशी कम्पनियों के हाथों 10000/- थाई भाट प्रति व्यक्ति के हिसाब से बेच दिया था। जानकारी के अनुसार,दूसरा आरोपी राहुल उपाध्याय दुबई भाग गया हैं।