इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
सतपुली |
विकास को लेकर सरकार बड़े बड़े दावे करती आ रही है लेकिन लगता है ये सब सिर्फ दिखावे के सिवाय कुछ नहीं है । जब जब चुनाव नजदीक आते हैं तो फिर घोषनाओं की झड़ी लग जाती है ।
आज हम आपको उस सडक के दर्शन करा रहे है जो पूरी तरह से बनकर तैयार हो गई परन्तु उसपे गाड़ी नही जा सकती।
ये सडक करोड़ों की लागत से बनकर तैयार हो गई है लेकिन इस पर वाहन नहीं चल सकते हैं । आखिर क्यों इसका भी कारण हम आपको बताते हैं ।
मामला जनपद पौड़ी के विकास खंड कल्जीखाल के ग्रामसभा बडखोलू में बन रही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का है। जहाँ करोड़ों की लागत से सडक का निर्माण तो किया साथ साथ डामरीकरण भी हो गया | पर मजे की बात यह है कि इस सड़क वाहन नही चल सकता और कारण है पुल और सडक का मिलान ।
नियम तो कहता है कि PMGSY की सड़क बनने के बाद किसी भी मुख्य सड़क से जोड़ना जरूरी है | वहीँ यह सड़क बनने के बाद भी किसी मुख्य सड़क से नहीं जुड़ी है क्योंकि एक और तो सड़क को जोड़ने के लिए कई किलोमीटर सड़क बनानी होगी, वहीँ दूसरी और मोटर पुल का निर्माण होना जरूरी है, तभी जाकर यह सड़क में वाहन चल पायेंगे ।
गाँव के लिए बनी PMGSY की सड़क मोटर पुल निर्माण को लेकर अब ग्रामसभा बडखोलू के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है | ग्रामीणों ने कहा कि यदि बडखोलू में बनी सड़क को मोटर पुल से जल्द नहीं जोड़ा जाता है तो वह आने वाले विधानसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगे |
आपको बता दें कि पूर्वी और पश्चिमी नयार नदी में 2010 में आई भंयकर बाढ़ के कारण बडखोलू झुला पुल क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद ग्रामीणों के द्वारा कई बार शासन प्रशासन को सूचित किया गया , जिसके बाद सरकार के द्वारा बडखोलू ग्रामसभा के लिए मोटर पुल की स्वीकृति मिली, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण मोटर पुल को बनने में कई अडचने आई और जब सभी अडचने ख़त्म हुई तो मोटर पुल निर्माण नहीं हो पा रहा है । जिस कारण इस PMGSY की सडक का कोई औचित्य नहीं है ।
वहीँ ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर हो चुके झुला पुल के कारण कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
सबसे ज्यादा दिक्कतें यहाँ पर बुजुर्ग, बच्चों और बीमार लोगों को इस झुला पुल से आने जाने में आती हैं |
रणवीर सिंह बिष्ट बडखोलू ग्राम प्रधान का कहना है कि यदि मोटर पुल निर्माण चुनाव से पहले शुरू नही किया जाता है तो ग्रामसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी |
महिपाल सिंह राज्य आन्दोलनकारी ग्राम रौन्तेला निवासी का कहना है कि, विभाग की लापरवाही के कारण पुल का निर्माण नहीं हो पाया है जबकि विभाग द्वारा भूमि स्वामियों को मुआवजा भी दे दिया गया है |