महाराज के नाम का यह परिवर्तन सोशल मीडिया में भी चर्चा का विषय बना हुआ है | संपर्क करने पर महाराज के पीआरओ सकलानी ने महाराज के हवाले से नाम परिवर्तन की पुष्टि की है, उन्होंने कहा कि औपचारिक रूप से नाम परिवर्तन की प्रक्रिया काफी लंबी है|
इसलिए सामान्य व्यवहार में प्रचलित नाम में कुछ अक्षर बदले गए हैं, आगे से उनके विजिटिंग कार्ड, लैटर हेड में उनका नाम यही लिखा जाएगा| पिछले दिनों टिहरी लेक फ़ेस्टिवल के निमंत्रण पत्रों में भी उनका’नाम लिखा गया था | कुछ लोग इसके पीछे अंक ज्योतिष को वजह मान रहे हैं