गिरीश गैरोला
दो दिवसीय कृषि मेले में उत्तरकाशी पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि उनकी सरकार छोटे किसानों को 2 प्रतिशत की दर से सस्ता कृषि ऋण उपलब्ध करा रही है, ताकि उनकी आजीविका बढ़ सके । उन्होंने कहा कि आने वाले ढाई से 3 वर्षों में ऑल वेदर रोड का काम पूरा हो जाएगा। सीएम रावत ने कहा कि मार्च के महीने के बाद से ऑल वेदर रोड के काम में बहुत तेजी आएगी, जिसके बाद पहाड़ों में पर्यटक बढ़ेंगे और रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे।
पहाड़ी दाल सुंठा जिसे नौरंगी भी कहा जाता है, का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि इसकी ब्रांडिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह दाल बहुत कम जगह पैदा होती है, लेकिन पहाड़ों में अच्छी मात्रा में पैदा होती है।उन्होंने कहा पशुपालन में ऐसे पशु का चुनाव करें, जिससे किसान की आय बढ सके। उन्होंने कहा कि बकरी पालन से बेहतर भेड़ पालन का व्यवसाय हो सकता है, क्योंकि एक तो इसे बीमारी कम लगती है दूसरा इसका वजन बकरी की तुलना में ज्यादा होता है।
सीएम ने कहा घर गांव में मिलने वाला शहद किसी दवा से कम नहीं है। यही कारण है इसकी कीमत ₹4500 प्रति किलो है.जबकि गांव में इसे घी की दरों पर 500 रु प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है । इस शहद की भी ब्रांडिंग कर के ग्रामीणों को तीन से चार गुना कीमत दी जा सकती है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सूबे के 670 नए पंचायतों को ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित करना चाहते हैं। इसी कड़ी में पहले चरण में 15 सेंटरों में रेडीमेड गारमेंट्स की बिक्री शुरू की जाएगी। जिसके लिए ग्रामीण महिलाओं को सिलाई कटाई में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव 2017 में गंगोत्री विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा जल विद्युत परियोजनाओं के खोले जाने की घोषणा पर बोलते हुए सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कांग्रेस सरकार ने इको सेंसिटिव जोन लागू करके तमाम तरह की दिक्कतें पैदा कर दी थी जिसके बाद गंगोत्री से लेकर उत्तरकाशी तक 100 किलोमीटर क्षेत्र में घर निर्माण पर भी पाबंदियां लग गई थी। ऐसे नहीं परियोजना का बंद होना लाजमी था। उन्होंने भरोसा जताया उन के प्रयास के बाद केंद्र सरकार ने इसमें चिंता जताते हुए परियोजनाओं का काम फिर से शुरू करने के संकेत दिए है। गौर तलब है कि गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत द्वारा चुनाव के समय की गई इस घोषणा को लेकर कई बार वे विपक्षी कांग्रेस के निशाने पर रहे हैं । इसके साथ ही ग्रामीण काश्तकारों के आजीविका बढ़ाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ते हुए सीएम ने कहा कि जंगल में बेकार पड़े हुए थे पिरूल को सरकार अब ₹5 प्रति किलो की दर से खरीदेगी। देहरादून में इसका सेंटर खोल दिया गया है और उत्तराखंड पहला राज्य है जो पिरूल से तारपीन का तेल और डीजल बनाने की प्रोसेसिंग कर रहा है. उन्होंने कहा कि 8- 10 महीनों में इसका काम शुरू हो जाएगा । गांव के कास्तकार गांव के पास सड़क तक पिरूल पहुंचाएंगे और वहीं से सरकार इसकी खरीदारी करेगी। जिले में हल्के प्रोसेस से इसका तारपीन निकाला जाएगा जो दवा के काम आएगा बाकी का पैरोल फैक्ट्री भेज कर इससे बायोडीजल तैयार किया जाएगा। जिसके बाद से जंगलों में आग लगने वाली घटनाओं पर भी लगाम लगेगी और करोड़ों की वन संपदा भी नुकसान होने से बच जाएगी।
कृषि महोत्सव में उत्तरकाशी पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वास्थ्य सेवाओं को पूरे प्रदेश में प्राथमिकता में लेते हुए डॉक्टर्स की कमी पर कहा कि आने वाले 2 महीनों में सभी अस्पतालों में डॉक्टर की तैनाती कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सूबे में डॉक्टर की कमी है इसलिए उन्होंने सुदूर दक्षिण भारत के राज्य और सेना के सेवानिवृत्त डॉक्टर्स की व्यवस्था की हैं और इस तरीके से उन्होंने 2000 डॉक्टरों की जुटा लिए है। इसके बाद आने वाले 2 महीनों में कोई भी ऐसा अस्पताल नहीं होगा जिसमें कोई न हो। उन्होंने कहा ₹15000 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले डॉक्टर्स तीन वर्ष की दुर्गम में अपनी सेवाएं नहीं दे रहे थे । जिसके लिए वे खुद हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट मे गए किंतु सरकार बदलने के बाद मामला फिर ठंडा पड़ गया था। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कड़े निर्णय ले गए जिसके अंतर्गत 31 दिसंबर तक डॉ को जोइनिंग देने के नोटिस दिया गया और ऐसा ना करने पर उनकी डिग्री निरस्त करने की चेतावनी दी गई।
इसका परिणाम यह रहा कि 70 डॉक्टर ने तत्काल जॉइनिंग दी और कुछ डॉक्टरों ने पत्र लिखकर कुछ समय की मांग की है। 108 की खस्ताहाल हालत को देखते हुए सीएम ने उत्तरकाशी जनपद को तीन 108 एंबुलेंस सेवा देने की घोषणा की ।इसके अलावा नौगांव को टेली रेडियोलॉजी और उत्तरकाशी को टेलीमेडिसिन से जोड़ने की बात कही है । उन्होंन कहा इंटरनेट सेवा बढ़ने के साथ ही इस सेवा का और विस्तार किया जाएगा । उन्होंने कहा कि MBBS डॉक्टर को कुछ महीने की ट्रेनिंग के बाद उनसे एक्स-रे, एम आर आई और सीटी स्कैन करवाए जाएंगे जिसे पढ़ने के लिए टेली रेडियोलोजी के जरिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास भेजा जाएगा , जहां से 4 घंटे में मरीज को रिपोर्ट मिल जाएगी जो अब तक 24 घंटों में मिलती थी । उन्होंने कहा 10 नवंबर को उनके पौड़ी भ्रमण के दौरान 20 मिनट के अंदर इंग्लैंड स्थित डॉक्टर के पास से एम आर आई रिपोर्ट मिल गयी थी, जिसके लिए उन्होंने एक ऐसी संस्था से एग्रीमेंट किया है जिसके पास वर्तमान में 60 डॉक्टर स्पेशलिस्ट डॉक्टर देश और विदेश में मौजूद हैं ।मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 1 महीने 20 दिन नहीं उन्होंने ऐसे ही 26 सेंटर की शुरुआत कर दी है। इन सेंटरों से दिल्ली रेडियोलोजी और टेलीमेडिसिन के जरिए सुदूर क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं शुरु हो रही हैं।