गंगोरी पुल हादसे के बाद सरकार ने दिखाई गंभीरता गंगोत्री विधायक गोपाल रावत का बयान। जोशियाडा मे बनेगा नया 150 मीटर span का पुल।
गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी जनपद को चीन सीमा से जोड़ने वाले एकमात्र गंगोरी पुल के ध्वस्त होने के बाद जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए तमाम अन्य पुलों पर भी चौकसी बरतते हुए वहां पुलिस जवानों की ड्यूटी लगा दी है ताकि एक समय पर एक ही वाहन पुल से पास हो सके। गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने बताया कि गंगोरी पुल हादसे की सूचना मिलने के तुरंत बाद ही वह लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में थे और यही कारण है 18 घंटे के भीतर गंगोरी पुल का वैकल्पिक मार्ग तलाश कर लिया गया उन्होंने बताया कि पुल ओवरलोडिंग के कारण टूट गया था और जल्द ही इस स्थान पर फिर से बैली ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा।
एक अस्थाई पुल के ध्वस्त होने के बाद फिर से अस्थाई पुल बनाए जाने के सवाल पर विधायक कोई जवाब नहीं दे सके । गौरतलब है गंगोरी से आगे गंगोत्री धाम और चीन सीमा की तरफ सड़क चौड़ीकरण और अन्य निर्माण कार्य चल रहे हैं। जिसके लिए भारी वाहनों को मौके पर पहुंचाने की जरूरत है। ऐसे में यदि अस्थाई पुल ऐसे ही ध्वस्त होते रहे तो निर्माण कार्य में देरी के साथ-साथ जनपद की आर्थिक स्थिति भी खराब हो सकती है । विधायक गोपाल रावत ने बताया कि जिस तरह की गंभीरता उनकी सरकार ने इस हादसे के बाद ली है उसी तरह की गंभीरता पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2012- 13 की आपदा के बाद ली होती तो आज हालात कुछ और होते । उन्होंने बताया कि जोशियाड़ा में स्थित पुल की जर्जरता को देखते हुए उनके द्वारा 150 मीटर span का नया पुल स्वीकृत कर दिया गया है जिसके एस्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं। जो गंगोत्री विधनसभा के लिए नए वर्ष का तोहफा होगा।