गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति जवाहरलाल कौल को राष्ट्रपति ने बर्खास्त कर दिया है।
पर्वतजन ने एक माह पहले ही कुलपति पर आर्थिक भ्रष्टाचार करने और निजी विश्वविद्यालयों को नियम विरुद्ध सीटें आवंटित करने के आरोपों में बर्खास्त किए जाने की संभावना जता दी थी।
पर्वतजन के सुधि पाठक इस खबर की पिछली रिपोर्ट फिर से नीचे दिए हुए लिंक पर भी पढ़ सकते हैं।
अधिकार के बाहर जाकर सीटें आवंटित करने और आर्थिक अनियमितताओं के आरोप में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक जांच टीम गठित की थी। जांच टीम ने श्रीनगर विश्वविद्यालय में इन आरोपों की पुष्टि की थी और इन्हीं आरोपों के चलते कुलपति को बर्खास्त कर दिया गया है।
कुलपति ने कई भर्ती नियमों में भी मनमानी की थी।जवाहरलाल कौल से पहले विश्व भारती के कुलपति प्रोफेसर सुशांत सुशांत गुप्ता और पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर चंद्रा कृष्णमूर्ति को भी हटाया जा चुका है। कौल पर लगे आरोपों की विस्तृत रिपोर्ट पर्वतजन ने एक माह पहले ही प्रकाशित कर दी थी। अब राष्ट्रपति के इस कदम से पर्वतजन की खबर पर मुहर लग गई है।