बेहतर स्वास्थ्य टिप्स के साथ यात्रा मार्ग पर तैनात हैं सीमा के प्रहरी।
सड़क निर्माण और रखरखाव के साथ यात्रियों के मेडिकल चेकअप में जुटी बीआरओ।
शिवालिक प्रोजेक्ट के चीफ वीएसएम राठौड़ खुद कर रहे निगरानी।
गिरीश गैरोला
चार धाम यात्रा में सड़क निर्माण के अपने मूल कार्य के अतिरिक्त बीआरओ यात्रियों को विभिन्न स्थानों पर मेडिकल हेल्प भी दे रही है।
बीआरओ की शिवालिक प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर विशिष्ट सेवा मैडल ए एस राठौड़ ने बताया कि चार धाम यात्रा मार्ग पर उनके डॉक्टर्स की टीम यात्रियों को चेकअप करने के बाद जरूरत पड़ने पर निशुल्क दवा भी दे रही है। उन्होंने बताया कि गंगोत्री राजमार्ग पर कमांद, भटवाडी, दबरानी, भैरो घाटी में तो बद्रीनाथ राजमार्ग पर गौचर , पाण्डुकेस्वर , पीपल कोटी और माना में मेडिकल कैम्प लगाए गए हैं। डॉ सुब्रमण्यम इनके नोडल अधिकारी बनाये गए है।
गौरतलब है कि मैदानी इलाकों से आने वाले यात्री पहाड़ों के अभ्यस्त नही होते हैं और यमनोत्री जैसे पैदल मार्ग पर अक्सर हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं। जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा तैनात डॉक्टर्स की टीम के अतिरिक्त बीआरओ के मेडिकल स्टाफ भी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक दवा और निर्देश के बाद ही आगे बढ़ने की सलाह दे रहे है।
बीआरओ चीफ ने बताया कि डॉ. की सलाह पर 50 से अधिक उम्र के यात्रियों को मेडिकल चेकअप कराने की सलाह दी जा रही है। इसके साथ ही तेजी से पहाड़ी पैदल मार्ग तय करने की बजाय रुक – रुक कर आराम करते हुए मौसम और ऊंचाई के अनुरूप अभ्यस्त होते हुए ही आगे बढ़ने की सलाह दी जा रही है।
उन्होने कहा कि यात्रा जब तक चलेगी उनका मेडिकल स्टाफ यात्रा मार्ग पर तैनात रहेगा। इसके अलावा कांवड़ सीजन को लेकर भी पूरी तैयारी कर ली गयी है। डेंजर पॉइंट्स का चयन करने के साथ मशीनों की भी तैनाती के निर्देश दिए जा चुके हैं। उनका मकसद है कि चार धाम यात्रा पर आए पर्यटकों को मार्ग को लेकर कोई दिक्कत न हो।