हरिद्वार में तैनात एक महिला जज दीपाली शर्मा के घर से नाबालिग बच्ची को बरामद किया गया है। इस बच्ची को हरिद्वार पुलिस ने बरामद किया है। हरिद्वार पुलिस को महिला जज के घर से बच्ची को बरामद करने के लिए जिला जज की अनुमति लेनी पड़ी।
जज दीपाली शर्मा का घर सिडकुल थाना क्षेत्र के जज कॉलोनी में है। एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि फिलहाल बच्ची का मेडिकल कराकर उसे हरिद्वार की चाइल्ड केयर संस्था को सौंपा गया है। परिजनों के आने पर बच्ची को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।
एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि नाबालिग बच्ची को रखने के जुर्म में कार्यवाही करने के लिए पुलिस हाईकोर्ट की अनुमति लेकर आगे की कार्यवाही करेगी। यह बच्ची लंबे समय से हरिद्वार की महिला जज दीपाली शर्मा के घर पर बंधक बना कर रखी गई थी। महिला जज बच्ची से न सिर्फ घर का काम काज कराती थी, बल्कि उसे प्रताड़ित भी करती थी।
जज दीपाली शर्मा के हल्द्वानी में तैनाती के दौरान बच्ची के माता-पिता की मुलाकात जज से हुई थी। बच्ची के उज्जवल भविष्य के लालच में मां बाप ने बच्ची को जज के साथ भेज दिया था।
लेकिन बच्ची को प्रताड़ित होते देख कर हल्द्वानी निवासी बच्ची के मां-बाप ने महिला जज से बच्ची को वापस करने के लिए कहा। किंतु महिला जज ने बच्ची वापस नहीं की। इस पर बच्ची के परिजनों ने महिला आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग से लेकर हाई कोर्ट में भी इसकी शिकायत दर्ज की। आयोग और हाई कोर्ट ने इस प्रकरण की पहले अपने स्तर से जांच कराई और फिर जिला जज हरिद्वार को कार्यवाही के लिए कहा। फिर हरिद्वार पुलिस ने जिला जज की अनुमति से बच्ची को बरामद कर लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब महिला जज के यहां बच्ची को बरामद करने के लिए जा रहे थे तो साथ में जिला जज, अपर जिला जज से लेकर एसएसपी, एएसपी और पुलिस का भारी अमला भी मौजूद था।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब बच्ची को बरामद किया गया तो बच्चे बहुत डरी हुई थी और काफी दिनों की भूखी भी लग रही थी। बच्ची का वजन काफी कम था और उसके सर पर कुछ चोटें भी थी। बच्ची इतना डरी हुई थी कि कुछ देर तक तो उसे विश्वास भी नहीं हुआ कि उसे बचाने के लिए इतना बड़ा सरकारी अमला भी आ सकता है।
रेस्क्यू करने के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे गर्म कपड़े और इनर और टोपियां भी पहनाई तथा उसे भोजन कराने के बाद उसकी दवा पट्टी आदि की गई। जब बच्ची की जान में कुछ जान आई तो एएसपी हरिद्वार ने बच्ची की हल्द्वानी स्थित परिजनों से बातचीत करवाई।
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार का कहना है कि बच्ची फिलहाल उनके संरक्षण में है और परिजनों के आने पर बच्ची को सौंप दिया जाएगा। उत्तराखंड में जजों के खिलाफ कार्यवाही का यह यहां हालिया दूसरा प्रकरण है। इससे पहले उत्तर प्रदेश की एक महिला जज द्वारा प्रेम नगर में सिपाही को थप्पड़ मारने पर देहरादून पुलिस ने हाईकोर्ट की अनुमति से उत्तर प्रदेश में तैनात महिला जज के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई थी। यूपी की उक्त महिला जज भी देहरादून में पढ़ रहे बच्चे के किसी आपराधिक मामले में पुलिस द्वारा कार्यवाही करने पर उत्तेजित हो उठी थी और पुलिसकर्मी को थप्पड़ जड़ दिया था।
ताजा प्रकरण हरिद्वार की महिला जज दीपाली शर्मा का है।महिला जज के खिलाफ इस कार्यवाही से जनता हरिद्वार पुलिस और हरिद्वार के जिला जज की भूरि भूरि प्रशंसा कर रही है।