देहरादून से चंद किलोमीटर के फासले पर कालसी क्षेत्र में मंडोली गांव की एक युवती ने दर्दनाक ढंग से आत्महत्या कर ली। इस युवती के साथ पास के ही दोहू गांव के गांव के बिट्टू नामक युवक ने जबरन दुष्कर्म कर लिया था।
मंडोली गांव की इस युवती के परिजन अपने खेतों में तैयार हो चुकी अदरक की फसल को साफ करने के लिए गधेरे में गये थे। इसी बीच पास के ही दोहू गांव के बिट्टू पुत्र रतन सिंह उसे घर में अकेला पाकर बुरी नीयत से घर में घुस गया।
युवती ने काफी विरोध किया शोर मचाया लेकिन ताकत में अधिक होने के कारण युवती की एक नहीं चली।
युवक ने अंदर से दरवाजा बंद करके युवती से दुष्कर्म किया। शोर सुनकर पास के गधेरे से लोग घर की तरफ दौड़े और दरवाजा पीटने लगे। लेकिन इतनी देर में बिट्टू कमरे की खिड़की से कूद कर भाग गया। लड़की के परिवार वाले काफी दूर तक उसके पीछे दौड़े भी, लेकिन वह हाथ नही आया। जब तक वह वापस लौटते दुष्कर्म पीड़िता ने जहर खा लिया। घबराए हुए परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। यह इलाका राजस्व पुलिस के अंतर्गत आता है।
तहसीलदार एसपी उनियाल ने जानकारी दी कि बिट्टू की धरपकड़ के लिए 2 टीम विभिन्न दिशाओं में भेजी गई है।
युवक के खिलाफ दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
दुष्कर्म पीड़िता की आत्महत्या का सप्ताह में यह दूसरा मामला
इससे कुछ दिन पहले भी हरिद्वार जिले के लक्सर में एक दुष्कर्म पीड़िता ने आत्महत्या कर ली थी। लक्सर के रायसी गांव में किशोरी के रिश्तेदार ने ही दुष्कर्म कर दिया था। कोतवाली पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों की तरफ से पंचायत में उलटे दुष्कर्म पीड़िता के परिवार वालों पर ही समझौते का दबाव डाला जाने लगा।
रेप के आरोपियों पर कार्यवाही होने के बजाए परिवार वालों पर ही समझौते का दबाव बनाए जाने से किशोरी बहुत आहत हो गई और उसने कमरे की छत पर लगे कुंडे से लटक कर आत्महत्या कर ली। दुष्कर्म के मामलों में पुलिस द्वारा तत्काल कार्यवाही न होने तथा समाज के लोगों द्वारा पीड़िता को ही गलत नजरिए से देखने के कारण शर्मिंदगी के चलते युवतियां आत्महत्या का रास्ता अपना रही हैं।