कृष्णा बिष्ट
हल्द्वानी के हीरानगर स्थित केवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल की साढ़े तीन वर्षीय नर्सरी की छात्रा के साथ स्कूल वैन में छेडछाड़ का गम्भीर मामला सामने आने के बाद आज पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की जा रही थी, इसी दौरान कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाते नज़र आए और लोगों का एक झुंड पीड़िता के पिता को लेकर सीधे कॉन्फ्रेंस हॉल में घुस गया और पुलिस कप्तान से इस विषय में कड़ी कार्यवाही करने की बात करने लगे।
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भीड़ को इस तरह कॉन्फ्रेंस हॉल में देख कप्तान ने कड़ा विरोध किया और उनसे पूछा कि कल जब पुलिस इस केस में कारवाही कर रही थी तो कोई क्यों नहीं सामने आया जिसका वे लोग कुछ भी स्पष्ट जबाब नहीं दे सके।
इस के बाद पुलिस कप्तान ने पीड़ित के पिता को छोड़ सबको कॉन्फ्रेंस हॉल से बाहर जाने के लिए बोला, जिस पर वह लोग अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए हॉल से तो बाहर तो चले गए किंतु वहां जाकर जम कर शोर-शराबा करने लगे।
यही नहीं आवेश में आकर वे लोग पत्रकारों को दलाल तक कहने लगे जिसे सुन वहां मौजूद पत्रकार भड़क गए और वहाँ आए लोगों व पत्रकारों के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गई आखिरकार अपनी राजनीति चमकाने आए इन लोगों ने वहाँ से खिसकने में ही भलाई समझी और एक-एक कर वहाँ से सब खिसक लिए।
यहाँ यह बताना आवश्यक है कि कल जब यह मामला सामने आया तो उस वक्त एफ आई आर लिखवाने को तक कोई राजी नहीं था। यहां तक कि पीड़िता के माता-पिता भी एफ आई आर लिखवाने से बचते रहे।
यह मामला तब सामने आया जब दो दिन पूर्व बच्ची के पेट में दर्द की शिकायत होने पर उसे इलाज के लिए अस्पताल में दिखाया गया, जहां बच्ची के साथ हुई इस अमानवीयता का पता चला।
आरोप है कि छुटटी के बाद स्कूल वैन के चालक-परिचालक रतन सिंह व प्रदीप जोशी घर दूर होने के कारण सबसे आखिर में उतरने वाली मासूम बच्ची के गुप्तांगों में पैंसिल डालकर अमानवीय घिनौना कृत्य करते थे। किन्तु माता-पिता शायद अपनी गरीबी के कारण इस मामले को पुलिस के पास ले जाने से कतराते रहे, पता चलने पर विषय की गंभीरता को देखते हुए समाजसेवी कैप्टन अनिल कुमार गुप्ता ने पहल कर काठगोदाम थाने में चालक-परिचालक के खिलाफ अज्ञात नाम से मुकदमा दर्ज करा दिया जिस के बाद काठगोदाम थाना पुलिस ने पाक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर छात्रा के मेडिकल के बाद रतन सिंह व प्रदीप जोशी को हिरासत में ले लिया।