पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

हंसें या रोयें ! दुग्ध संघ वाले बेचेंगे पेट्रोल

November 10, 2017
in पर्वतजन
ShareShareShare
अब तक एक करोड़ की देनदारी 
नहीं उबर पाया आंचल दूध संघ घाटे से 
सरकार ने बंद किया ट्रांसपोर्ट भत्ता 
अब पेट्रोल बेचेंगे दूध संघ 
गिरीश गैरोला// उत्तरकाशी
आम लोगों को मिलावट से दूर सस्ता और शुद्ध दूध उपलब्ध करने का दावा करने वाला उत्तरकाशी आंचल दूध संघ अपने स्थापना वर्ष 1987 से लेकर अब तक एक करोड़ के नुकसान मे चल रहा है।
दुग्ध संघ के  वर्तमान अध्यक्ष सुरेन्द्र नौटियाल ने बताया कि 9 महीने पूर्व जब उन्होने पद भर ग्रहण किया था, उस वक्त संघ के पास  कर्मचारियों के 9  महीने का वेतन पेंडिंग पड़ा था,जो अब घट कर सिर्फ एक माह का बकाया रह गया है।
 इसके  अलावा उन्होने डीपीएमसीयू मशीन लगाकर दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ाने का काम किया है। इस मशीन के जरिये दूध उत्पादक को दूध की  गुणवत्ता के आधार पर उसकी कीमत मिलती है।इसके अलावा दुग्ध संघ को अविभाजित उत्तरप्रदेश के समय  से मिल रही सभी सुविधाएं सरकार ने अब वापस ले ली हैं।
पूर्व हरीश रावत सरकार पर निशना साधते हुए दुग्ध संघ के अध्यक्ष सुरेन्द्र नौटियाल ने बताया कि 22 अगस्त 2014 को जारी एक शासनादेश के जरिये दुग्ध संघ को मिलने वाला ट्रांसपोर्ट भत्ता भी बंद करा दिया गया। किन्तु पूर्व कि कांग्रेस सरकार ने इसे लागू न कर फ़ाइल मे बंद रखा हुआ था। बीजेपी सरकार बनने के बाद ही जारी किया है।
श्री नौटियाल ने बताया कि इस समय संघ के पास 15 डीपीएमसीयू मशीन मौजूद है। जल्द ही 20 और मशीन आने वाली है।इन्हे अलग-अलग स्थानों पर भेजा जाएगा।  इसके बाद दूध उत्पादक को दूध का अच्छा  दाम मिलेगा तो दूध की मात्रा भी बढ़ेगी और गुणवत्ता भी। संघ मे सुपरवाइजर सहित कुल 33 कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनके प्रति महीने वेतन पर ही करीब तीन लाख रु खर्च हो जाता है। साथ ही 4 से 5 लाख रु दूध के ट्रांसपोर्टेसन पर व्यय हो  जाता है। जबकि दूध की उपलब्धता सर्दियों  मे करीब 1500 लीटर प्रति दिन जबकि गर्मियों  मे 700 से 800 लिटर प्रतिदिन रह जाती है।
 उन्होने बताया कि उनके कार्यकाल मे दूध संघ की टिहरी और चमोली की तुलना मे बेहतरी के लिए खुद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने उनकी टीम को शाबासी दी है।
इतना सब कुछ होने के बाद भी एक करोड़ के घाटे मे से केवल 7 लाख की ही अब तक भरपाई हो सकी है। लिहाजा उन्होने दूध संघ के पास खाली पड़ी जमीन के सदुपयोग के लिए यहां दूध संघ का पेट्रोल पम्प और किसान भवन बनाने का प्रस्ताव सरकार को दिया है। यदि ये प्रस्ताव स्वीकृत हो जाते हैं तो आंचल दूध अपने घाटे से उबर कर प्रॉफ़िट मे आ जाएगा,ऐसी उम्मीद जताई गयी है।

Previous Post

बीटेक पास युवक दिल्ली से लौटा गांव, दे रहा बेरोजगारी को मात

Next Post

पलायन एक चिंतन..! हिमालय दिग्दर्शन यात्रा भराड्सर ताल// यात्रा वृतांत भाग- 1

Next Post

पलायन एक चिंतन..! हिमालय दिग्दर्शन यात्रा भराड्सर ताल// यात्रा वृतांत भाग- 1

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • बड़ा हादसा: हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त।6 श्रद्धालुओं की मौत,एक घायल
  • बड़ी खबर: IIT रुड़की में PHD छात्रा से यौन उत्पीड़न का मामला। वरिष्ठ प्रोफेसर बर्खास्त
  • उत्तराखंड क्रिकेट को मिली नई उड़ान: माहिम वर्मा और जय शाह की ऐतिहासिक मुलाकात
  • हादसा: सड़क किनारे बैठे आईटीबीपी जवान को अनियंत्रित गाड़ी ने मारी टक्कर। दून रेफर..
  • धामपुर में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल का निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, 2002 मरीजों ने लिया लाभ
  • Highcourt
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
May 2025
M T W T F S S
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728293031  
« Apr    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!