पारंपरिक वर्क कल्चर को बदलते हुए डीएम उत्तरकाशी अपने अधीनस्थों को आदेश निर्देश देने की बजाय देर रात तक सड़कों पर नजर आ रहे हैं।
गिरीश गैरोला
जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चौहान यात्रा व्यवस्थाओं की स्वयं कर रहे मॉनिटरिंग कर रहे हैं। शनिवार देर रात तक होटलों में यात्री सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान होटल में काम कर रहे बाल मजदूरों को लेकर छापेमारी भी की। वही गंगोत्री हाई वे से लगे आबादी वाले इलाकों तक पहुंची आग को देखकर वन विभाग, फायर सर्विस और एसडीआरएफ को लेकर आग बुझाने में लग गए और अंत तक मौके पर ही डटे रहे।
खुद अल्कोमीटर लेकर सड़कों पर
चार धाम यात्रा और न्यायालय के निर्णय को देखते हुए डीएम ने शराब के नशे में वाहन चलाने वालों को खिलाफ अभियान चलाते हुए अल्को मीटर से चालकों की जांच की। उन्होंने कहा कि इस तरह की छापेमारी से लोग सजग रहेंगे और दुर्घटनाओं से बचे रहेंगे।
शराब पीने वाले वाहन चालकों का एल्कोमीटर से संघन चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसमें कोई वाहन चालक शराब पीकर वाहन नहीं चला रहा था किन्तु वाहनों में सवार यात्री इस व्यवस्था से बेहद खुश नजर आए।
चाइल्ड लेबर पर शिकंजा
डुंडा कस्बे के सैणी में पोखरियाल होटल एवं नेगी होटल में एक- एक नाबालिक मजदूर मिले दोनों जौनपुर टिहरी गढ़वाल के रहने वाले हैं। इस मामले में चाइल्ड हेल्प लाइन एवं पुलिस भी पूछताछ कर रही है।
फायर फाइटर बन कर उतरे
वहीं चुंगी बड़ेथी में पोखू देवता मंदिर के नीचे जंगल में आग लगी होने से जिलाधिकारी ने वन विभाग एवं फायर सर्विस को तत्काल आग बुझाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी स्वयं घटनास्थल पर तब तक मौजूद रहे जब तक आग पर काबू नहीं पाया गया। आग बुझाने का कार्य फायर सर्विस एसडीआरएफ की टीम द्वारा किया जा रहा है।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक ददन पाल, एलआयू इंस्पेक्टर प्रवीण चौधरी, डिप्टी कलेक्टर तुषार सैनी, दीपक उप्पल, मौजूद थे।
डीएम की इस तरह देर रात तक सड़क पर मौजूद रहने से संबंधित विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं चार धाम यात्री राज्य की इस व्यवस्था से बेहद उत्साहित हैं।