भारत सरकार दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की एडिप स्कीम के अन्तर्गत अनुबंधित है श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल
प्राईवेट रेट पर 10 लाख से 13 लाख रुपये का खर्च होता है काॅकलियर इम्प्लांट सर्जरी का
देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों ने ढाई साल की बच्ची की काॅकलियर इम्प्लांट सर्जरी कर बच्ची की सुनने की शक्ति वापिस लाटा दी है। बच्ची जन्मजात बोलने सुनने में असमर्थ थी। आॅपरेशन के बाद बच्ची की स्पीच थैरपी का कोर्स जारी है। जल्द ही बच्ची आम बच्चों व परिवारजनों के साथ बोलने सुनने लगेगी। बच्ची के माता-पिता बेहद खुश हैं व श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों व भारत सरकार की एडिप स्कीम को धन्यवाद दे रहे हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में एडिप स्कीम के अन्तर्गत काॅकलियर इम्प्लांट सर्जरी का यह पहला मामला दर्ज किया गया है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने डाॅक्टरों की टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह योजना उतराखण्ड राज्य के कमजोर आर्थिक परवार के बच्चों के लिए संजीवनी का काम कर रही है। जिन बच्चों को जन्मजात बोलने सुनने की समस्या है वे श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ईएनटी विभाग में सम्पर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल भारत सरकार दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की एडिप स्कीम (असमर्थ विकलांगजनों के सहायतार्थ भारत सरकार की योजना) के अन्तर्गत अनुबंधित अस्पताल है। इस योजना के अन्तर्गत बच्ची की निःशुल्क काॅकलियर इम्प्लांट सर्जरी की जा सकती प्राईवेट रेट पर काॅकलियर इम्प्लांट सर्जरी का खर्च 10 लाख से 13 लाख रुपये तक आ जाता है। अवनी (ढाई साल) पुत्री श्री संन्दीप कुमार व सुमन सैनी निवासी मोहल्ला टाकियान, गणेश चैक, कस्बा गंगो, पो.ओ. गंगो तहसील नकुड, सहारनपुर को जन्म से ही न बोल पाने व न सुन पाने की परेशानी थी। बच्ची के परिजनों ने कई अस्पतालों में सम्पर्क किया लेकिन उपचार उपलब्ध न हो पाने व उपचार का खर्च लाखों में होने के कारण वे बच्ची का उपचार नहीं करवा पा रहे थेे। परिजनों ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नाक-कान-गला रोग विभाग में सम्पर्क किया। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ईएनटी विभाग के प्रमुख डाॅ (कर्नल) वी0पी0 सिंह, डाॅ (प्रो.) त्रिप्ती ममगाईं, डाॅ. माधुरी, डाॅ. तनवी व टीम ने दिनांक 16 मई 2019 को अवनी का सफल आॅपरेशन किया। करीब 3 घण्टे तक चले आॅपरेशन में सफलता पूर्वक काॅकलियर इम्प्लांट किया गया।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नाक-कान-गला रोग विभाग के प्रमुख डाॅ वीपी सिंह ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चे एडिप स्कीम के अन्तर्गत श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में सम्पर्क कर सकते हैं। भारत सरकार दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की एडिप स्कीम (असमर्थ विकलांगजनों के सहायतार्थ भारत सरकार की योजना) के अन्तर्गत अनुबंधित अस्पताल होने के कारण ऐसे बच्चे काॅकलियर इम्प्लांट की निःशुल्क सर्जरी का लाभ ले सकते हैं। एडिप स्कीम के नियमानुवार 5 वर्ष तक के जन्मजात गूंगे-बहरे बच्चों व जन्म के पश्चात बहरेपन की शिकायत वाले 12 वर्ष तक के बच्चे एडिप स्कीम के अन्तर्गत निःशुल्क काॅकलियर इम्प्लांट सर्जरी का लाभ श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में ले सकते हैं।