चैंपियन ट्राफी में 180 रनों से पाकिस्तान के हाथों भारत की करारी हार के बाद हरिद्वार में व्यापारियों ने अपने टीवी फोड़ दिए तो नैनीताल में कुछ लोगों ने बड़ी संख्या में खरीदे हुए पटाखों को रद्दी में फेंक दिया। दूसरी ओर देहरादून के विकासनगर में कुछ लोगों के जश्न मनाने की खबरें हैं। विकासनगर निवासी राकेश तोमर के मुताबिक भारत की हार पर कुछ लोगों द्वारा जश्न मनाए जाने की खबरें हैं। सचिन चौहान ने भी इसकी पुष्टि की है कि उन्होंने भी हरबर्टपुर से शादी से लौटने के दौरान सड़क पर कुछ लोगों को पार्टी करते हुए देखा है। राकेश तोमर ने सोशल मीडिया में इससे संबंधित टिप्पणी पोस्ट की तो शाकिर खान ने भी इसकी पुष्टि की। हालांकि कुछ लोगों ने इस पर चुटकियां भी ली कि भारत ने पाकिस्तान को हॉकी में 7-1 से धोया, इसलिए वे लोग भारत की जीत की खुशी मना रहे होंगे।
इससे पहले भी भारत-पाक मैच के दौरान घंटाघर में जश्न के दौरान जमकर बवाल हुआ था। इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए पहले ही घंटाघर के आसपास के इलाके में धारा 144 लागू की हुई थी।
बड़ा सवाल यह है कि देहरादून में भारत की हार पर जश्न मनाने वाले लोगों की पहचान खुफिया स्तर पर ही सही, लेकिन जरूर की जानी चाहिए। पाकिस्तान के ये सिंपेथाइजर ग्रुप भविष्य में अनुकूल परिस्थितियां मिलने पर भारत के खिलाफ आराम से गुमराह किए जा सकते हैं और भारत विरोधी तत्वों के आसान शिकार बन सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले स्लीपर सैल की नजर इन्हीं भारत विरोधी जश्न मनाने वालों पर रहती है और उन्हें अपने साथ जोड़ लेते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि भारत के खुफिया एजेंसियों को भी इन लोगों की गहराई से पड़ताल करनी चाहिए, ताकि समय रहते किसी भी बड़ी अनहोनी को टाला जा सके।