जिला पंचायत के कर्मचारियों के आवास निर्माण कार्यों में लाखों का घोटाला
अनुज नेगी
जिला पंचायत पौड़ी के भ्रष्ट संविदा कर्मचारियों ने एक ही योजना को तीन बार अलग अलग नाम से दर्शाकर लाखों रुपये ठिकाने लगा दिए। प्रशासन को हवा तक नहीं लगी।
आवास निर्माण मे किया घोटाला
जिला पंचायत पौड़ी अपने कर्मचारियों के लिए टाईप तीन के आवास निर्माण करा रहा है। यह कार्य लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड के समीप किया जा रहा है।
एक काम के दो-दो टेंडर
इन निर्माण कार्यो के लिए 11 दिसम्बर 2018 को निविदाएं लगाए गए। जिसके दो निविदाएं प्रथम भाग 10 लाख एवं द्वितीय भाग 10 लाख थे। वहीं दूसरी और इन भ्रष्ट कर्मचारियों ने इसी योजना को कुछ दूरी पर नाम परिवर्तित करके उसी दिन 11 दिसम्बर 2018 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के समीप प्रथम भाग 10 लाख एवं द्वितीय भाग 10 लाख की निविदाएं लगा दी।
इसी काम का तीसरी बार टेंडर
इतना ही नही इन भ्रष्ट कर्मचारियों ने इसी योजना को फिर से 18 जुलाई 2019 को 10-10 लाख की चार निविदाएं जिला पंचायत के कर्मचारियों के आवास निर्माण के लिए भाग 1 से भाग 4 तक लगाए गए।
आपको बता दें कि यह तीन टेंडर एक ही निर्माण कार्य के हैं, मगर इनको तीन अलग-अलग योजनाओं में दर्शाकर 80 लाख का भुगतान दिखाया गया है।
इन निर्माण कार्यों की निविदाएं उत्तर भारत ई पेपर एवं पेज थ्री ई पेपर पर लगाए गए।
इन निर्माण कार्यो का लाखों रुपये जिला पंचायत के भ्रष्ट कर्मचारियों और चहेते ठेकेदार डकार गए।
अब सवाल यह है कि आखिर जीरो टॉलरेंस की सरकार इन भ्रष्ट कर्मचारियों पर कार्यवाही करने से क्यों बच रही है? क्या ये भ्रष्ट संविदा कर्मचारी इतने पावरफुल हैं कि जिला प्रशासन इन तक पहुंच नहीं पा रहा है !
बहरहाल, अब देखना यह है कि जीरो टोलरेंस वाली उत्तराखंड सरकार इस मामले में क्या रुख अपनाती है?