अनुज नेगी
देहरादून। कोरोना वाइरस महामारी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है।
लॉकडाउन में अब लोग अपने घर वापसी की कोशिश करने लगे है, हजारों लोग अधर फस गए है। ये लोग जहां से चले थे अब वहां लौटना मुश्किल है और आगे जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। अपने घर जाने की जिद में अड़े इन लोगों को संभालना प्रशासन के लिए भारी पड़ गया है।
उत्तराखंड में अभी तक सरकार की और से कोई भी राहत कैंप की व्यवस्था नहीं की गई है। फिलहाल इन लोगों को स्कूल, होटल, धर्मशालाओं आदि में ठहराया जा रहा है। आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट के मुताबिक 29 मार्च तक करीब 43 हजार लोग विभिन्न जिलों में फंसे हुए थे।इसमें सबसे अधिक संख्या देहरादून जिले की ही है। अकेले ऋषिकेश में ही 12 हजार से अधिक लोग फंसे हैं। इसी तरह कालसी में 500, डोईवाला में 1500 और विकासनगर में 4000 लोग फंसे हैं।
आपदा प्रबंधन अधिकारियों का दावा है कि इन लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया है और संक्रमण के संदिग्धों को क्वारंटाइन किया गया है। अगर लॉकडाउन लंबा चला तो इन लोगों के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
लॉकडाउन के चलते किस जिले में कितने लोग फंसे है
देहरादून 24000
हरिद्वार 833
टिहरी 4050
उत्तरकाशी 2103
चमोली 2259
रुद्रप्रयाग 207
पौड़ी 1655
नैनीताल 59
यूएसनगर 305
चंपावत 2568
पिथौरागढ़ 1344
बागेश्वर 1134
अल्मोड़ा 2613
कुल – 43130